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आख़िर फोन उठाते ही ‘हैलो’ शब्द क्यों बोला जाता है

फ़ोन कॉल पर उठाने पर ‘हेलो’ बोलने को लेकर एक दिलचस्प कहानी सोशल मीडिया पर हमेशा घूमती रहती है और दावा किया जाता है कि टेलीफ़ोन का आविष्कारक अलेक्ज़ेंडर ग्राहम बेल की गर्लफ़्रेंड का नाम ‘मार्गरेट हेलो’ था. ग्राहम बेल ने फ़ोन पर पहला शब्द ‘हेलो’ कहा था, तभी से फ़ोन उठाते ही हेलो कहने का चलन शुरू हो गया.यह सारे दावे सिर्फ एक धोखा है अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की हेलो नाम कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी.

अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड का नाम मेबेल गार्डिनर हबार्ड था जिससे ग्राहम बेल ने जुलाई, 1877 में शादी भी कर ली थी.

हैलो का रहस्य
अगर ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी की मानें तो हैलो शब्द पहली बार 1827 में प्रयोग किया गया था. हैलो का मतलब हाय नहीं होता है. 1830 के दशक में हैलो शब्द का प्रयोग लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता था. हैलो शब्द हाला अथवा होला से बना है. यह जर्मन अथवा फ्रांसीसी शब्द होला से निकला है, जिसका मतलब होता है कैसे हो या क्या तुम वहां हो या क्या तुम सुन रहे हो.

बताया जाता है कि बीच समुद्र में रात के समय नाविक एक-दूसरे के बोट को नहीं देख पाते थे, इसलिए वो एक दूसरे से संपर्क करने और हाल-चाल पूछने के लिए ‘Ahoy! Hoy’ शब्द का इस्तेमाल करते थे. इसके अलावा कहा ये भी जाता है कि हैलो शब्द मूल रूप से होला से आया है जिसका मतलब होता हो ठहरो और ध्यान दो. पहले के समय में शिप पर सवार लोग एक-दूसरे को आवाज लगाने के लिए अहो (Ähoy) शब्द का प्रयोग करते थे. हैलो का मतलब तब तक हाय नहीं था, जब तक टेलीफोन का आविष्कार नहीं हुआ था.

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