नगर निगम कमिश्नर की कड़ी कार्यवाही, ठेकेदारों के नियम विरुद्ध तरीके से FDR निकालने पर 3 लिपिकों के रोके वेतन
बिलासपुर । ठेकेदार द्वारा नगर निगम से गुपचुप तरीके से एफडीआर निकालकर कैश कराने के मामले में नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने इस मामले में तीन लिपिकों के एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने और तत्कालीन कार्यपालन अभियंताओं को शो काॅज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है। इसके अलावा कैश कराए गए एफडीआर की राशि ब्याज सहित संबधित ठेकेदार के लंबित भुगतान में से काटने के निर्देश कमिश्नर पाण्डेय ने दिए है। यह कार्रवाई मामले की जांच करने के लिए बनाई गई जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
मेसर्स अनिल बिल्डकाॅन द्वारा अपना एफडीआर छल पूर्वक तरीके से निगम कार्यालय से निकाल कर कैश करा लिया गया था.जिसकी जानकारी होने पर नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय द्वारा मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी बनाई गई थी जिसमें अपर आयुक्त आरबी वर्मा,अधीक्षण अभियंता जीएस ताम्रकार और लेखाधिकारी अविनाश बापते जांच कमेटी में शामिल थे। जांच कमेटी द्वारा सूक्ष्मता से जांच करने के उपरांत अपना प्रतिवेदन कमिश्नर को सौंपा गया.जांच में पाया गया की तीन लिपिकों ने अपने कार्यों के प्रति लापरवाही बरती है और सजगता से कार्य नहीं किया गया है,जिस पर कार्रवाई करते हुए कमिश्नर पाण्डेय ने लिपिक राजेंद्र सिंह ठाकुर,प्रभात श्रीवास्तव और गोवर्धन चौहान के एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए है।
इसी प्रकार तत्कालीन समय में कार्यों के प्रभारी अधिकारी रहें कार्यपालन अभियंताओं पीके पंचायती, मनोरंजन सरकार, आरके चौबे को शो काॅज नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है।इसके अलावा कैश कराए गए एफडीआर की राशि ब्याज सहित संबधित ठेकेदार के लंबित भुगतान में से काटने के निर्देश कमिश्नर पाण्डेय ने दिए है। साथ ही अधीक्षण अभियंता को ठेकेदार के विरूद्ध अनुबंध में निहित प्रावधान अनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए है।