अब दाल-रोटी पर भी , जीएसटी की पड़ी मार
रायपुर – खाद्य तेलों व अन्य एफएमसीजी वस्तुओं की महंगाई से त्रस्त लोगों के लिए अब दाल-रोटी-चावल खाना भी महंगा हो गया है। पिछले माह तक 95 रुपये किलो में बिकने वाली दाल अब 115 रुपये किलो बिक रही है। वहीं पांच किलो का 180 रुपये में बिकने वाला ब्रांडेड आटा भी अब 200 रुपये पहुंच गया है।
कारोबारियों का कहना है कि अब लोगों की दाल-रोटी पर भी जीएसटी की मार पड़ी है। दाल व आटा के साथ ही चावल में भी दो रुपये किलो की तेजी आ गई है। 48 रुपये किलो में बिकने वाला चावल अब 50 रुपये किलो बिक रहा है। कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और तेजी के संकेत बने हुए है।
अब त्योहारी सीजन शुरू है और बाजार में मांग भी बढ़नी शुरू हो जाएगी। कारोबारी ने बताया कि लोगों की दाल-रोटी पर भी अब जीएसटी की मार पड़ गई है। इससे लोगों के महीने का बजट भी और बढ़ा है।
सब्जियों की कीमतें भी आसमान पर
खाद्य सामग्रियों के साथ ही सब्जियों की कीमतें भी आसमान पर पहुंच गई है। सब्जियों की कीमतों में तेजी के पीछे कमजोर आवक को माना जा रहा है। पिछले हफ्ते तक 25 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर अब 30 से 40 रुपये किलो बिक रहा है।
वहीं 50 से 60 रुपये किलो वाली गोभी 70 से 80 रुपये किलो बिक रही है। धनिया तो इन दिनों 200 रुपये किलो तक बिक रही है। इनके साथ ही दूसरी सब्जियों के दाम में भी तेजी बनी हुई है।
25 किलो की पैकिंग पर देना पड़ रहा पांच प्रतिशत जीएसटी
पिछले महीने 18 जुलाई से ऐसे उत्पाद जो खुले में बिकते है और पैकेट में बिकते है जीएसटी लगना शुरू हो गया है। वहीं प्रिंटेड पैकेट में बिक्री पर अनब्रांडेड उत्पाद पर भी पांच प्रतिशत जीएसटी लग रहा है। जीएसटी के नियमों के अनुसार 25 किलो की पैकिंग या लीटर में पांच प्रतिशत जीएसटी लगना शुरू हो गया है। इसका असर ही कीमतों में देखने को मिल रहा है। सभी वस्तुओं पर जीएसटी की मार का असर दिखना शुरू हो गया है।