लुटेरों ने रेकी कर कपड़ा दुकान पर किया हमला
पलारी| सोमवार की रात्रि यहां से 15 किमी दूर संडी बंगला में 3 नकाबपोशों ने कपड़ा दुकान के अंदर घुसकर दुकानदार को चाकू मारकर व पत्नी पर चाकू अड़ाकर 1 लाख 30 हजार (60 हजार नगद तथा 70 हजार के जेवर) की डकैती डाली। वारदात के दौरान दो आरोपी दुकान के बाहर खड़े थे।
तीन आरोपियों ने दुकान का शटर गिराकर प्रार्थी व उसकी पत्नी को सवा घंटे तक मारते-पीटते रहे। राशि कम मिलने पर प्रार्थी को तो लगातार एक आरोपी चाकू से गोदता भी रहा। इस बीच प्रार्थी ने चोर-चोर का शोर मचाकर जान बचाने छत से छलांग लगा दी जिससे गांव वाले जुट गए। बाइक छोड़कर भागते डकैतों में से एक को ग्रामीणों ने बाइक से पीछा कर पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस की बड़ी उपलब्धि यह रही कि इससे मिले सुराग पर 03 डकैतों को 17 घंटे के अंदर पकड़ लिया।
घायल पति-पत्नी का देर रात पलारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया। डॉक्टर बीएस ध्रुव ने बताया कि कौशल के गले के पीछे गहरे घाव होने व छत से कूदने के कारण पैर में चोट लगी है इसलिए उन्हें रायपुर रेफर किया गया है। एसपी आईके एलेसेला ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ डकैती का मामला दर्ज कर पैसा और जेवर व चाकू बरामद कर सभी की गिरफ्तारी के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है। सूचना मिलते ही रात में एडिशनल एसपी निवेदिता पॉल, डीएसपी सिद्धार्थ बघेल, थाना प्रभारी सीआर चंद्रा घटना स्थल पहुंचे तथा 4 टीमें बनाकर घेराबंदी कर डकैतों को पकड़ने में सफल रहे।
सवा घंटे तक दुकान में दो आरोपी प्रार्थी को गाेदते रहे चाकू से
पलारी थाना से 15 किलोमीटर दूर रायपुर बलौदाबाजार मुख्य मार्ग स्थित ग्राम संडी बंगला में सोमवार रात्रि 9 बजे सबसे बड़ी कपड़ा दुकान संगम क्लाथ स्टोर्स में 3 नकाबपोश युवक रात्रि 9 बजे अंडर गारमेंट खरीदने के बहाने घुसे। तीनों ने अंदर घुसते ही शटर बंद कर दिया। मालिक कौशल वर्मा (52) ने इसका विरोध किया तो मुख्य आरोपी टिकेश्वर साहू पिता कुमार (25) देवसुंदरा ने दुकानदार पर चाकू से हमला कर उन्हें घायल कर दिया और मुंह दबाकर पैसों की मांग करने लगा। पति की अजीब से तिलमिलाहट की आवाज सुन ऊपर कमरे से पत्नी सविता (45) जैसे ही नीचे दुकान में उतरी दूसरा आरोपी ओंकार पॉल उस पर भी टूट पड़ा और उनके गले पर चाकू अड़ाकर उन्हें जमीन पर पटक दिया। पति के सामने पत्नी के पेट पर बैठकर आरोपी ने उसे तमाचे भी जड़े। पति विरोध करता तो पति को मुख्य आरोपी चाकू से गोदने लगता। सवा घंटे तक दुकान और घर के अंदर यह तांडव चलता रहा। जान बचाने पति-पत्नी ने डकैतों को घर की तलाशी भी दी तथा जो पैसे जेवर घर में थे डकैतों को दे दिए। इतनी बड़ी दुकान में कम राशि मिलने पर बौखलाए डकैतों ने दुकानदार और उसकी पत्नी पर झूठ बोलने का आरोप लगाकर फिर पीटा। खून से लथपथ दुकान के मालिक कौशल को पकड़कर डकैतों का तीसरा साथी दीपक सतनामी और टिकेश्वर गल्ला व घर की आलमारी आदि की तलाशी लेते रहे। जब उपर स्थित घर और नीचे दुकान में कुछ खास नहीं मिला।
प्रार्थी ने छत से कूदकर शोर मचाया, जुटी भीड़ ने बाइक से किया डकैतों का पीछा, एक जान बचाने तालाब में कूदा तो भीड़ ने पत्थर मार बाहर निकाला
आरोपी जब तलाशी लेने उपर पहुंचे तो एक दरवाजा उन्होंने ये समझकर खुलवाया कि शायद वहां बड़ी राशि छिपाकर रखी हो, पर वह दरवाजा छत पर खुलता था। छत का दरवाजा खुलते ही प्रार्थी ने छत से नीचे सड़क पर चोर-चोर का शोर मचाकर छलांग लगा दी। उनकी आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इससे घबराए डकैत दुकान का शटर खोलकर पैदल भागने लगे जिनका कुछ ग्रामीणों ने बाइक से पीछा किया। उनमें से एक डकैत डर के मारे गांव के तालाब में कूद गया जिसे गांव वाले चारों तरफ से घेरकर पत्थर मारने लगे। इससे डरकर वो बाहर निकला जिसे रात्रि में पुलिस के हवाले कर दिया गया।
मास्टरमाइंड टिकेश्वर के टारगेट पर थी दुकान
घटना के मास्टरमाइंड टिकेश्वर साहू की नीयत बड़़ी कपड़ा दुकान पर खूब पैसा होने के लालच में 6 माह से नजर थी। उसने प्लान कर आनलाइन चाकू खरीदा जिसे लेकर सोमवार शाम वह देवसुंदरा से गांव से दो आरोपियों ओंकार पॉल व नाबालिग को लेकर बाइक से संडी के लिए निकला। रास्ते में अपने केशला निवासी दोस्त ओंकार पॉल को फोन कर उसको माठ निवासी अपने मितान दीपक सतनामी को लेकर आने को कहा। इन दोनों को योजना की जानकारी पहले से थी तथा 5 हजार रुपए देने का वादा भी इनसे टिकेश्वर ने किया था। इसके बाद टिकेश्वर पारसमणि और नाबालिग के साथ पलारी भट्टी चला गया। वहां से शराब लेकर सभी संडी आए और पीने के बाद टिकेशवर ने सभी को प्लान समझाया। प्लान के मुताबिक पारसमणि और नाबालिग दुकान के बाहर निगरानी कर रहे थे। सभी शाम 7 बजे दुकान को सामने तैनात हो गए तथा दुकान पर नजर रखते रहे। जैसे ही प्रार्थी ने 8.30 बजे दुकान बंद करनी चाही, योजना के मुताबिक टिकेश्वर, ओंकार व दीपक दुकान में घुस गए। इनमें से एक ने प्रार्थी से अंडरगारमेंट दिखाने को कहा, प्रार्थी के मना करने पर उन्होंने अनुरोध भी किया। जैसे ही प्रार्थी सामान निकालने को बढ़ा टिकेश्वर ने उसे पीछे से दबोच लिया। इसके बाद ओंकार ने शटर गिरा दिया। बाद के घटनाक्रम में टिकेशवर व दीपक चाकू से प्रार्थी को गोदते रहे और पारसमणि व नाबालिग बाहर पहरा देते रहे।
मंगलवार दोपहर तक सारे आरोपी धरे गए
पुलिस के गिरफ्त में आए आरोपी बाकी आरोपियों की जानकारी लेकर पुलिस ने तत्काल 4 टीमें गठित कर उनको गिरफ्तार करने रवाना हो गई। मंगलवार सुबह तक तीन और आरोपी दीपक पिता मिलन सतनामी माठ, पारसमणि पिता जीवराखन धीवर देवसुंदरा व एक 15 साल का नाबालिग देवसुंदरा निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घटना का मास्टर माइंड टिकेश्वर साहू पुलिस गिरफ्त से बाहर था जो मंगलवार को दोपहर 2 बजे सारागांव के आसपास पकड़ाया। इस तरह 17 घंटे में 5 आरोपी दबोच लिए गए। घटना में प्रयुक्त तीन चाकू भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं।