FEATUREDGadgetsGeneralLatestNewsUncategorizedछत्तीसगढ़राजनीतिरायपुरराष्ट्रीय

महापौर चुनने देशभर में हो. एक नियम, महापौरों की बैठक

रायपुर-अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन में देशभर में महापौर चुनने का एक नियम होने के साथ ही आयुक्त सीआर लिखने का अधिकार महापौर को मिलने का प्रस्ताव पारित किया गया है। राजधानी रायपुर में शुक्रवार को लाभांडी स्थित होटल मैरियट में दो दिवसीय महापौर सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इसके बाद अलग-अलग राज्यों से आए 52 महापौरों ने बंद हाल में करीब दो घंटे तक चर्चा की।

यहां सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया। इसके अलावा निगम कमिश्नरों के लिए अलग कैडर बनाने, पूरे देशभर में निगमों को सुदृढ़ व मजबूत करने,महापौरों व पार्षदों के वेतन में वृद्धि पर चर्चा, संविधान का 74वां संशोधन लागू करने प्रस्ताव का पास पारित करने के साथ ही कोचिंग एरिया को वाई-फाई से लैस करने, शहर में हरियाली बढ़ाने पौधारोपण करने और नगर निगम के गठन तिथि को जन्म उत्सव के रुप में मनाने की चर्चा की। सम्मेलन के दौरान रायपुर शहर के विकास की झलकियां प्रजेटेंशन के माध्यम से नगर निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने दिखाया।

52 शहरों के महापौर पहुंचे

अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन में अलग-अलग राज्यों के नगर-निगमों के महापौर पहुंचे, जिसमें गुजरात के जामनगर, जूनागढ़, भावनगर, मध्यप्रदेश के भोपाल, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, उत्तरप्रदेश के मथुरा, कानपुर,आगरा, झांसी, सिक्किम के गंगटोक, उत्तराखंड के देहरादून, कर्नाटक के मंगलोर, मैसूर, दिल्ली सहित केरला के कोझीकोड व अन्य राज्यों के महापौर पहुंचे थे।

बैठक से दूर रहे पार्षद

महापौर परिषद की बैठक से रायपुर के पार्षदों को दूर रखा गया। सम्मेलन के शुभारंभ सत्र के बाद होटल के ऊपरी तल के हाल में अलग-अलग राज्यों के नगर निगमों से आए महापौर को ही आमंत्रित किया गया। इस दौरान पार्षद नीचे के हाल में बैठकर समय गुजारते रहे।

महापौर ही शहर का असली लीडर : भूपेश बघेल

महापौरों की बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देशभर से आए सभी महापौरों का मैं छत्तीसगढ़ में स्वागत करता हूं। किसी भी देश का पहला परिचय उस देश के शहरों से मिलता है। उन शहरों की व्यवस्था कैसी है, वहां के नागरिकों को किस तरह की सुविधाएं मिलती हैं, वहां शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की क्या स्थिति है, वहां का पर्यावरण कैसा है, ये सारी बातें मिलकर किसी देश अथवा प्रदेश की व्यवस्था का परिचय देती है।

नगर निगमों में महापौर की भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। महापौर ही शहर का असली लीडर होता है, जो महापौर शासन, प्रशासन, नागरिकों और अपनी टीम के साथ जितना बेहतर समन्वय बनाकर काम करते हैं, वे उतने ही सफल महापौर के रूप में लोकप्रिय होते हैं, उनका शहर उतना ही सुंदर होता है।निश्चित रूप से आप सभी अपने-अपने शहरों में बेहतर से बेहतर काम कर रहे होंगे।

जब कोई महापौर अच्छा काम करता है तो न सिर्फ उसकी छवि निखरती है बल्कि प्रदेश की भी छवि निखरती है। मुझे यह कहते हुए गर्व होता है कि छत्तीसगढ़ में भी हमारे महापौरों ने बहुत उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। सम्मेलन को महापौर एजाज ढेबर,आगरा के महापौर नवीन जैन, भोपाल के महापौर उमाशंकर गुप्ता आदि ने संबोधित किया।
इससे पहले शुक्रवार शाम को महापौर एजाज ढेबर, महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन समेत सभी महापौर बस में सवार होकर चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के इकलौते मंदिर के दर्शन करने के लिए निकले। चंदखुरी से लौटने के बाद सभी महापौरों ने रायपुर स्मार्ट सिटी योजना के तहत आइटीएमएस, बूढ़ा तालाब, मल्टीलेवल पार्किंग जैसे प्रोजेक्ट्स का भी जायजा लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Follow Us

Follow us on Facebook Follow us on Twitter Subscribe us on Youtube