‘पढ़ई तुंहर दुआर’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राकेश साहू ने रचा इतिहास
कोरिया | कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में लॉकडाउन के चलते स्कूल, कॉलेज समस्त शैक्षणिक संस्थान बंद है। ऐसी स्थिति में प्रदेश के बच्चे पढ़ाई से पीछे न रह जाये इसलिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शुरू किया गया पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम एक सराहनीय कदम है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित ‘पढ़ई तुंहर दुआर’ वेबसाईट http://cgschool.in में प्रतिदिन हमारे नायक के रूप में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से एक शिक्षक व एक विद्यार्थी का चयन किया जा रहा है, जो एक सकारात्मक पहल है । हमारे नायक के रूप में सर्व सुविधा युक्त जिले से लेकर दूरस्थ अंचल में समर्पित होकर अपने कर्तव्यों का निस्वार्थ भाव से निर्वहन करने वाले शिक्षक व मुश्किलों की परवाह किये बगैर निर्बाध रुप से पढ़ने वाले विद्यार्थी है, जो नायक के रूप में प्रतिदिन इस वेब पोर्टल में आकर न जाने कितने लोगों की प्रेरणा बन रहे है और अपने क्षेत्र की माटी को गौरवान्वित कर रहे है।
आज ऐसे ही नायक हमारे सामने है कोरिया जिले के छात्र राकेश कुमार साहू जो बहुमुखी प्रतिभा के धनी है। राकेश कोरिया जिले के विकासखण्ड मनेंद्रगढ़ के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय मनेन्द्रगढ़ के कक्षा -ग्यारहवीं में अध्ययनरत छात्र हैं।
इनके बारे में राज्य के ब्लॉग लेखक गौतम शर्मा ने लिखा हैं कि राकेश का पढ़ाई में लाजवाब प्रदर्शन है ही,साथ ही ये छत्तीसगढ़ प्रदेश के सबसे कम आयु वर्ग के ब्लॉग लेखक के रूप में स्कूल शिक्षा विभाग के ब्लॉग राइटर्स के टीम के साथ कार्य भी कर रहे है। इनके द्वारा लिखा गया 4 ब्लॉग स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ के अधिकृत वेबसाइट http://cgschool.in पर हमारे नायक कॉलम पर अपलोड हो चुके है। इसके साथ ही ‘ पढ़ई तुंहर दुआर’ कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के कारण हमारे नायक बनने में सफल रहे है।
राकेश नियमित ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेते है। इसी वेबपोर्टल की वजह से उन्हें सूचना प्रौधोगिकी से जुड़ने की प्रेरणा मिली। साथ ही आस-पास के बच्चों को भी नियमित पढ़ाई के लिए प्रेरित करते है। इनका कहना है कि इस वेबपोर्टल cgschool. in में अपलोड पाठ्य सामाग्री से पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। राकेश ने 23-06-2020 को माध्यमिक शिक्षा मंडल छत्तीसगढ़ द्वारा जारी कक्षा -दसवीं के परीक्षा परिणाम में भी इन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 90.5℅अंक अर्जित कर अपने विद्यालय में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। राकेश आईएएस ऑफिसर बनना चाहते है जिसके लिए प्रतिदिन 6से 7 घण्टे पढ़ाई करते है। साथ ही उनका ये कहना है कि छत्तीसगढ़ शासन ,स्कूल शिक्षा विभाग और सभी शिक्षकों को धन्यवाद देते हुए निवेदन किया कि स्कूल खुलने के बाद भी इस महत्वाकांक्षी योजना को जारी रखे।