क्या सरकार इंडिया का नाम खत्म कर देगी?
India vs Bharat:- देश के नाम को लेकर विवाद शुरू हो चुका है इस विवाद की शुरुआत कांग्रेस के उस आरोप से हुई है, जिसमें कहा गया कि जी-20 समिट के रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है, जबकि इसे प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया होना चाहिए. इसके साथ ही एक चर्चा शुरू हो गई है कि क्या सरकार देश का नाम बदलने वाली है?
संवैधानिक उल्लेख क्या है?
भारतीय संविधान के अनुच्छेद-1 में भारत को लेकर दी गई जिस परिभाषा में “इंडिया जो की भारत है, राज्यों का एक संघ होगा” के जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, इसी के आधार पर हिंदी में देश को ‘भारत गणराज्य’ और अंग्रेजी में ‘Republic of India’ लिखा जाता है. उसमें से सरकार ‘इंडिया’ शब्द को हटाकर सिर्फ ‘भारत’ शब्द को ही रखने पर विचार कर रही है.
इंडिया नाम कैसे हुआ?
अंग्रेज जब हमारे देश में आए तो उन्होंने सिंधु घाटी को इंडस वैली कहने लगे और उसी आधार पर इस देश का नाम इंडिया कर दिया. कुछ लोगों की माने तो अंग्रेज हिंदुस्तान नही बोल सकते थे जबकि इंडिया कहना उनकेलिए काफी आसान था और तब से भारत का नाम इंडिया हुआ।
समर्थन में किसने क्या कहा?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने लोगों से ‘इंडिया’ की जगह भारत नाम का इस्तेमाल करने की अनुरोध की है. यहां तक तर्क लगाया जा रहा है कि मोदी सरकार 18 से 22 सितंबर के बीच होने वाले संसद के विशेष सत्र में भारतीय संविधान से ‘इंडिया’ शब्द हटाने से जुड़े बिल पेश कर सकती है.
नाम बदलने के पीछे कोई वजह?
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले ही विपक्षी दलों का गठबंधन हुआ जिसका नाम I.N.D.I.A. अथवा Indian National Development Inclusive Alliance रखा गया है. अलायंस के बनने के बाद से ही सत्ताधारी पक्ष के लोग इंडिया शब्द पर आपत्ति जता रहे हैं. और यह भी एक वजह हो सकती है नाम बदलने की।
इसी बीच सोशल मीडिया X (Twitter) पर भारत नाम पर समर्थन करने वाले लोगों द्वारा 10 लाख से ज्यादा बार इस नाम का ट्वीट किया गया है जो नंबर 1 ट्रेंडिंग पर चल रही है।
पल पल की जानकारी के लिए जुड़े रहिए न्यूज बिंदास के व्हाट्सऐप ग्रुप से, और विजिट करते रहिए हमारी वेबसाइट newsbindass.com