Covid-19 : प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोना ईलाज संभव
नई दिल्ली। Covid-19 Treatment Cost: देशभर में कोरोना वायरस के 80 प्रतिशत मरीज़ों का इलाज सरकारी अस्पतालों में किया जा रहा है। हालांकि, बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पताल भी कोरोना का इलाज करने में सक्षम हैं, लेकिन वहां वहीं लोग जा रहे हैं जो खर्चा उठा सकते हैं या फिर जिन्हें सरकारी अस्पताल से रेफर किया जाता है।
क्या है कोरोना वायरस के इलाज की कीमत?
वैसे इलाज की कीमत बीमारी की गंभीरता, मरीज़ की उम्र और कई चीज़ों पर निर्भर करती है। आइए जानें कोविड-19 के एक आम मामले के इलाज में कितना ख़र्चा आएगा। तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सीनियर डॉक्टर के अनुसार, कोरोना वायरस के इलाज में अगर वेंटीलेटर या लाइफ सेविंग मशीन का उपयोग न हो, तो प्रति दिन का ख़र्चा 20,000 से लेकर 25,000 तक आ सकता है। इसका मतलब ये हुआ कि 14 दिन के इलाज का ख़र्चा 2,80,00 रुपए से लेकर 3,50,000 तक आ सकता है। अकसर, मरीज़ों को उस वक्त डिसचार्ज किया जाता है, जब लगातार उनके 5 टेस्ट नेगेटिव आते हैं। कई मामलों में, सही नतीजों के लिए 8 से 10 टेस्ट भी किए जाते हैं। बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर 6 टेस्ट के बाद कोरोना वायरस नेगेटिव पाई गई थीं।
स्वैब टेस्ट
सुप्रीम कोर्ट ने प्राइवेट लैब्ज़ और एक्सपर्ट्स का तर्क सुनने के बाद कोरोना वायरस के स्वैब टेस्ट की कीमत 4500 रुपए तय की। कोरोना वायरस टेस्ट किट की ही कीमत 3000 रुपए है। अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस पॉज़ीटिव पाया जाता है, तो उसे अस्पताल की एम्बूलेंस में ही ले जाया जाता है। अकसर अस्पताल सरकारी खर्चे पर मरीज़ को घर से अस्पताल लाता है।एक बार आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती होने पर, मरीज़ के लिए कुछ विशिष्ट विनिर्देश हैं: हर कमरे में एक अलग शौचालय होना चाहिए और सिर्फ एक बिस्तर होना चाहिए। अगर मरीज़ उम्रदराज़ है और कई और बीमारियों से पीड़ित है, तो उसके लिए वेंटीलेटर ज़रूरी हो जाता है।
वेंटीलेटर के साथ इलाज की कीमत?
कई प्राइवेट अस्पताल वेंटीलेटर सहित इलाज के प्रतिदिन 25,000 रुपए से 50, 000 रुपए तक लेते हैं। वहीं, कमरे का किराया अस्पताल पर निर्भर करता है, लेकिन सबसे सस्ते कमरे का किराया प्रतिदिन 1,000 से 1500 रुपए के बीच होता है। वहीं, अगर आपको ICU की ज़रूरत पड़ती है, तो इसकी कीमत प्रतिदिन 7,000 रुपए से लेकर 16,000 रुपए तक होती है।हाल ही की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज़ के इलाज की कीमत 3 लाख रुपए प्रति हफ्ता से लेकर 16 लाख रुपए प्रति महीने के बीच हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोविड-19 का विशेष इलाज नहीं है, इसलिए एक मरीज़ का ख़र्चा बढ़ता चला जाता है।कोरोना वायरस के इलाज के लिए दवा उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए डॉक्टर मरीज़ की स्थिति देख अलग-अलग तरह का इलाज अपनाते हैं, जो एक तरह से एक्सपेरीमेंट होता है। इसलिए ख़र्चा ज़्यादा आता है। उदाहरण के तौर पर, इस वक्त इलाज के लिए Tocilizumab नाम की दवा का उपयोग किया जा रहा है। जिसकी एक ख़ुराक की कीमत 40,000 रुपए से लेकर 60,000 रुपए तक है।
PPE की कीमत
इलाज में पीपीई की कीमत भी जोड़ी जाती है, जो मरीज़ को देनी होती है। हालांकि, इसकी कीमत अस्पताल पर निर्भर करती है, लेकिन एक मरीज़ प्रतिदिन 3,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक की कीमत चुकाता है।