संघ के ढांचे को गांव स्तर तक करेंगे मजबूत…… संघ प्रमुख डा. मोहन भागवत
रायपुर – छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की पूर्व प्रस्तावित गतिविधियां बुधवार से शुरू हो गईं। राजधानी रायपुर के माना एयरपोर्ट से लगे श्री जैनम मानस समिति भवन में पहले दिन संघ की अखिल भारतीय निर्णायक टोली की बैठक हुई। संघ प्रमुख व सरसंघचालक डा. मोहन भागवत ने बैठक की अध्यक्षता की। इसमें सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाहों में डा. कृष्ण गोपाल, डा. मनमोहन वैद्य, रामदत्त चक्रधर, श्रीमुकुंदा और अरुण कुमार समेत 12 सदस्य शामिल हुए।
आरएसएस के एक बड़े पदाधिकारी ने बताया कि संघ की निर्णायक टोली ने पहले ही दिन की बैठक में संघ के विस्तार और उनकी गतिविधियों को ग्रामीण स्तर पर और अधिक मजबूत करने के लिए विचार-विमर्श किया। संघ के प्रसार में आधुनिकीकरण का कितना समावेश हो सकता है, इस पर भी चर्चा हुई। संघ ने 2024 तक एक लाख स्थानों तक शाखा ले जाने का लक्ष्य रखा है। इस पर गहन मंथन अभी दो दिन और चलेगा। इसके अलावा राष्ट्र निर्माण, नई शिक्षा नीति, कश्मीरी विस्थापित हिंदुओं के पुनर्वास आदि मुद्दों पर भी बात हुई है।
पूर्व बैठकों के एजेंडे की भी समीक्षा
सूत्रों के अनुसार संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पिछली बैठकों के एजेंडे पर भी चर्चा की और उनकी प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने राजस्थान के झुंझनू में सात से नौ जुलाई 2022 तक आयोजित अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की बैठक के एजेंडे को भी अखिल भारतीय समन्वयक समिति की बैठक में रखने पर चर्चा की। वहीं संघ की पिछले महीने 27 और 28 अगस्त 2022 को वाराणसी शहर में हुई राष्ट्रीय स्तर की बैठक के एजेंडे को भी दोहराया। संघ की वाराण्ासी में हुई दो दिवसीय बैठक में देशभर के 45 प्रांतों के प्रांतीय प्रचार प्रमुख व सह प्रचार प्रमुख प्रतिभाग कर चुके हैं।
आज और कल भी चलेगी टोली की बैठक, बढ़ेंगे सदस्य
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय टोली की बैठक गुरुवार और शुक्रवार को भी चलेगी। गुरुवार को बैठक में 40 सदस्य श्ाामिल हो सकते हैं। दूसरे दिन की बैठक में संघ में युवाओं की सहभागिता, समाज को जागृत करने के लिए किए जा रहे प्रयासों, राष्ट्रीय स्वयं सेवकों के सामाजिक कार्य जैसे जल प्रबंधन, कचरा प्रबंधन, पर्यावरण और स्वच्छता आदि में समाज के सहयोग से सहभागिता, कुटुंब प्रबोधन व कुरीतियों के निवारण के लिए सामाजिक संस्थाओं, संतों व मठ-मंदिरों के सहयोग आदि पर चर्चा होगी। इसके अलावा स्वावलंबी भारत अभियान के तहत युवाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण और उनके कौशल विकास पर भी बात होगी।
संघ की बैठक में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
संघ की बैठक में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। संघ प्रमुख भागवत को जेड प्लस की सुरक्षा होने के कारण भवन के भीतर किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। चारों तरफ केंद्रीय पुलिस फोर्स और छत्तीसगढ़ की पुलिस के महिला व पुरुष जवान तैनात हैं। यहां निरंतर हर गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। किसी भी तरह की वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी की इजाजत नहीं है।