प्राइमरी टीचर बनने के लिए पास करना होगा यह टेस्ट; 18 सितम्बर को होनी है परीक्षा
छत्तीसगढ़ के प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए पात्रता परीक्षा-TET के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं। व्यावसायिक परीक्षा मंडल-व्यापमं ने इसके लिए 18 सितम्बर को परीक्षा तिथि तय की है। इसके लिए व्यापमं की आधिकारिक वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in पर आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
व्यापमं के परीक्षा नियंत्रक ने बताया, परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 6 सितम्बर रात 11.59 तक रहेगी। सात से 9 सितम्बर के बीच आवेदन की गलतियों में सुधार करने का मौका भी दिया गया। 12 सितम्बर को परीक्षा का प्रवेशपत्र वेबसाइट पर ही जारी किया जाएगा। 18 सितम्बर को प्रदेश के सभी 28 जिला मुख्यालयों में बने केंद्रों पर इसकी परीक्षा होनी है। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक चलनी हैं। यह पेपर केवल कक्षा पांच तक अध्यापन के लिए होगा।
दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर बाद 2 बजे से शाम 4.45 बजे तक होनी है। यह पेपर छठवीं से आठवीं तक की कक्षाओं में अध्यापन के लिए है। इस परीक्षा के लिए छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाना है। अधिकारियों का कहना है, शिक्षा का अधिकार कानून के तहत यह परीक्षा शिक्षक नियुक्त होने के लिए अनिवार्य योग्यता है। यह परीक्षा केवल शिक्षक बनने की पात्रता तय करेगा। इसे शिक्षक नियुक्ति का आदेश नहीं माना जा सकता। एक बार परीक्षा पास करने के बाद पात्रता आजीवन बनी रहेगी। अंक सुधार के लिए बाद की परीक्षा दिया जा सकेगा। छत्तीसगढ़ में तीसरी बार शिक्षक पात्रता परीक्षा-TET आयोजित की जा रही है।
इस परीक्षा के लिए योग्यता क्या है
प्राइमरी कक्षा के लिए – कम से कम 50% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी और प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में दो वर्षीय डिप्लोमा-चाहे उसे किसी नाम से जाना जाए। अथवा कम से कम 45% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी और प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में दो वर्षीय डिप्लोमा जो राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद विनियम के अधीन हो। अथवा न्यूनतम 50% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी और प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में स्नातक-बीएलएड। कम से कम 50% अंकों के साथ विशेष शिक्षा में दो वर्षीय डिप्लोमा। अथवा स्नातक और प्रारंभिक शिक्षा में दो वर्षीय डिप्लोमा। अथवा कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक और बीएड। अंतिम वर्ष के विद्यार्थी भी आवेदन कर पाएंगे।
अपर प्राइमरी कक्षाओं के लिए – स्नातक और प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में दो वर्षीय डिप्लोमा-चाहे उसे किसी नाम से जाना जाता हो। अथवा कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक और शिक्षा स्नातक-बीएड। अथवा कम से कम 45% अंकों के साथ स्नातक और बीएड-जो राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद विनियम के अधीन हो। अथवा कम से कम 50% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी और प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में चार वर्षीय स्नातक-बीएलएड। अथवा न्यूनतम 50% अंकों के साथ हायर सेकेंडरी और चार वर्षीय बीए/ बीएससी-एड या बीए-एड/बीएससी-एड। अथवा न्यूनतम 50% अंकों के साथ स्नातक और बीएड -विशेष शिक्षा। अंतिम वर्ष के विद्यार्थी भी आवेदन कर पाएंगे।
पात्रता के लिए 60% अंक अनिवार्य
इस परीक्षा में पात्रता के लिए कम से 60% अंक लाना अनिवार्य है। लेकिन अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और नि:शक्त श्रेणी के लोगों के लिए यह सीमा 50% अंकाें की है। न्यूनतम अंक अथवा उससे अधिक अंक पाने वालों को यह प्रमाणपत्र दिया जाएगा। इससे कम अंक पाने वालों को केवल अंक पत्र दिया जाएगा। शिक्षक चयन के समय इस परीक्षा के अंक अधिभार के रूप में प्रयोग में लाए जा सकते हैं। इसका निर्धारण नियुक्ति के समय ही होगा।