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मोबाइल टॉवर लगाने के नाम पर ठगी,थाने में एफआईआर दर्ज

कवर्धा –  कुंडा थाना क्षेत्र में मोबाइल टॉवर लगाने के नाम पर 21.18 लाख रुपए की ठगी का चौकाने वाला मामला सामने आया है। अगस्त 2020 से अगस्त 2021 तक लगातार बदमाश उसे ठग रहे थे। अब जाकर पीड़ित शिक्षक ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन संबंधी 178 पन्ने के दस्तावेज पीड़ित ने थाने में जमा किया है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। खास बात यह है कि सभी 13 ठग बारी- बारी से मोबाइल पर पीड़ित शिक्षक से संपर्क किए। मोबाइल टॉवर लगाने के नाम पर 25 लाख रुपए एडवांस चेक, हर महीने 21300 रुपए किराया के साथ केयर टेकर के रूप में घर के एक सदस्य को 15600 रुपए प्रतिमाह वेतन पर नौकरी देने का झांसा दिया। चौकाने वाला इसलिए क्योंकि 13 बदमाश अलग-अलग मोबाइल नंबर से फर्जी कॉल कर एक ही व्यक्ति को 1 साल तक किस्तों में ठगी करते रहे। ठगी का शिकार और कोई नहीं, बल्कि सरकारी स्कूल का शिक्षक है।

थाने में पीड़ित के बताए मुताबिक उसे सबसे पहला कॉल अगस्त 2020 में आया था। तब देश में लॉकडाउन लगा था। अनिता शर्मा नाम की एक युवती ने कॉल कर खुद को टॉवर सर्वे डिपार्टमेंट का होना बता मोबाइल टॉवर लगवाने की स्कीम बताई। दो अलग- अलग कंपनी का टॉवर लगाने के लिए 100- 100 वर्गफीट जमीन को 15 साल लीज पर देने के लिए पीड़ित शिक्षक को राजी किया। उसके बाद किशोर झा और सुरेश कुमार ने बारी- बारी से कॉल किया। वे खुद को मोबाइल कंपनी एडवाइजर होना बता रहे थे। फिर अन्य ठगों ने भी कॉल कर कभी खुद को एसबीआई बैंक मैनेजर, तो कभी टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) और मोबाइल कंपनियों का रीजनल मैनेजर व ट्रांसपोर्ट इंचार्ज बताया।

बताया जा रहा है ठगी के इस गिरोह के तार कोलकाता (पश्चिम बंगाल) से जुड़ा हुआ है। क्योंकि पीड़ित शिक्षक ने जिन बैंक खातों में 16 से अधिक बार में 15 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक ट्रांसफर किया है, वे सभी बैंक खाते कोलकाता (पश्चिम बंगाल) का होने का पता चला है। पुलिस इन ट्रांजेक्शन डिटेल के आधार पर ठगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

शिकायत पर विवेचना शुरू कर दी है: एएसपी
एएसपी मनीषा ठाकुर का कहना है कि कुंडा थाना क्षेत्र में हुई ठगी के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की डिटेल के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है।

यूं समझिए… इस तरह के फर्जी कॉल आने पर हुई ठगी

फर्जी कॉलर: जी, सर नमस्ते! मैं अनिता शर्मा बोल रहीं हूं। आपका नाम जान सकती हूं?
पीड़ित: जी, मैं रमेश (बदला हुआ नाम) बात कर रहा हूं, बताइए।
फर्जी कॉलर: सर, हमें दो मोबाइल कंपनी का टॉवर लगवाना है। 15- 15 साल के लिए 100 वर्गफीट जमीन की आवश्यकता है।
पीड़ित: जमीन तो है, कुछ और पूरी स्कीम बताइए।
फर्जी कॉलर: एग्रीमेंट के तहत कंपनी से 25 लाख चेक के साथ 21300 रुपए प्रतिमाह जमीन किराया और घर के एक सदस्य को 15600 रुपए प्रतिमाह पर नौकरी देंगे।
पीड़ित: ठीक है, मुझे क्या करना होगा?
फर्जी कॉलर: रजिस्ट्रेशन चार्ज के लिए आज ही 14700 रुपए पेमेंट करना होगा, फिर टॉवर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
थाने में शिक्षक के बताए अनुसार कुछ इसी तरह के फर्जी कॉल से लगातार 1 साल तक ठगी हुई।)

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