कोरोना का कहर: कोरोना संकट में इस देश को हड़बड़ी में स्कूल खोलना पड़ा महंगा…स्कूल खोले तो 250 बच्चे को हो गये कोरोना पॉजिटिव
नई दिल्ली। भारत में लॉकडाउन-4 के बाद अनलॉक-1 का पीरियड चल रहा है। धीरे-धीरे जन-जीवन सामान्य करने के प्रयास चल रहे हैं, दूसरी ओर कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में स्कूली बच्चों के अभिभावकों को यह डर सता रहा है कि कहीं अगले महीने से भारत में स्कूल खोलने का निर्णय न ले लिया जाए।
दरअसल, इस संदर्भ में इजरायल का उदाहरण हमारे सामने हैं। इजरायल ने लॉकडाउन के बाद कम हुए कोरोना के मामलों से उत्साहित होकर स्कूलों को खोलने का एलान कर दिया। लेकिन यह दाव उलटा पड़ गया। वहां स्कूलों में 261 बच्चों और स्कूली स्टाफ को कोरोना पोजीटीव पाया गया। प्रसाशन ने बाद में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करके 6800 बच्चों को क्वारंटीन करना पड़ा। 261 में से 250 संक्रमित बच्चे ही हैं।
इजरायल दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है, जहां कोरोना वायरस काफी हद तक नियंत्रण में है. यही वजह थी कि इजरायली सरकार ने मई के आखिरी सप्ताह में स्कूल खोल दिए. उसे यह निर्णय महंगा पड़ गया है. स्कूल खोलने के बाद देश में 261 बच्चे और स्कूली स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. इसके बाद इजरायली सरकार को बैकफुट पर जाना पड़ा. अब स्कूल बंद कर दिये गये हैं।
इजरायल में मार्च में कोविड-19 तेजी से बढ़ रहा था. अप्रैल में इसमें और तेजी आई. इसी दौरान इजरायल ने जांच से लेकर लॉकडाउन जैसे सख्त निर्णय लिए. इजरायल में 30 अप्रैल को 15,946 केस थे. अगले 15 दिन में इस देश में कोरोना के करीब 600 केस ही आए. इससे उत्साहित सरकार ने स्कूलों को खोलने का आत्मघाती निर्णय ले लिया.
NPR की खबर के मुताबिक इजरायली स्कूल से जुड़े 261 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक 261 संक्रमितों में 250 बच्चे हैं. इससे देश में कुल संक्रमण 17,377 पहुंच गया है।
इजरायल में अचानक नए केस आने के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्कूलों को अनिश्चितकाल तक बंद करने का आदेश दे दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक स्कूल से जुड़े स्टाफ या बच्चों में से कोई एक भी संक्रमित है, तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे। स्कूलों में नए केस आने के बाद 6800 बच्चों को क्वारंटाइन किया गया है। इजरायल में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 291 लोगों की मौत हो चुकी है। वह सबसे अधिक केस के मामले में दुनिया में 42वें नंबर पर है। यहां अब तक 14,993 लोग कोरोना से संक्रमित होने के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं।