छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी ख़बर, कोरोना काल में सिलेबस में की जाएगी कटौती
रायपुर| दसवीं-बारहवीं का सिलेबस इस बार कम होगा। कोरोना काल में स्कूल बंद है। इसलिए इस बार स्कूलों में 100 दिन की पढ़ाई भी मुश्किल है। स्कूल कब खुलेंगे, इसे लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी है। शिक्षाविदों का कहना है कि सिलेबस में कटौती की संभावना है। लेकिन स्कूल खुलने के बाद ही यह तय होगा कि सिलेबस कितना कम होगा। इससे पहले, स्कूलों में 200 से लेकर 220 दिन तक की पढ़ाई होती थी। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से अब तक छात्रों के लिए स्कूल नहीं खुले हैं। जुलाई व अगस्त में सबसे अधिक दिन तक पढ़ाई होती थी। लेकिन इन्हीं महीनों में स्कूल बंद है। सितंबर में भी स्कूल खुलेंगे या नहीं इस पर भी अभी चर्चा कि जा रही है । सितंबर से त्योहार शुरू हो जाते हैं। अक्टूबर-नवंबर भी त्योहारों का महीना है। इसमें पहले ही कम दिन की कक्षाएं लगती है। दिसंबर के महीने में कक्षाएं लगती है। फिर जनवरी में दसवीं-बारहवीं के लिए प्री-बोर्ड व प्रायोगिक परीक्षाएं शुरू हो जाती है। इसी तरह से मार्च में बोर्ड परीक्षा शुरू होती है। मार्च के बाद परीक्षा आयोजित होने से फिर आगे परेशानी होगी। इसे देखते हुए दसवीं-बारहवीं के सिलेबस में कटौती होने की संभावना है। इस संबंध में शिक्षाविदों का कहना है कि बोर्ड के छात्रों को अभी पूरे कोर्स के अनुसार तैयारी करनी चाहिए। ताकि छात्रों को बाद में परेशानी न हो।
सिलेबस कम होना जरूरी
शिक्षाविदों का कहना है कि दसवीं और बारहवीं दोनों कक्षाओं में सिलेबस का कम होना जरूरी है। क्योंकि, कक्षाएं शुरू नहीं हुई है। बिना पढ़ाई के पूरा सिलेबस कवर करना छात्रों के लिए मुश्किल होगा। खासकर कमजोर छात्रों को परेशानी होगी। इससे रिजल्ट पर भी असर पड़ेगा। इसी तरह नवमीं और ग्याहरवीं के सिलेबस में भी कटौती होनी चाहिए। क्योंकि, बिना कक्षाएं लगे इनका सिलेबस भी कवर करना कमजोर छात्रों के लिए मुश्किल होगा।