नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सालों से बंद 260 स्कूलों में फिर बजेगी घंटी….छत्तीसगढ़
गर्मी की लंबी छुटि्टयों के बाद छत्तीसगढ़ में स्कूल गुरुवार को खुल रहे हैं। पहले ही दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का आगाज करेंगे। इसका आयोजन दोपहर बाद 1.30 बजे मुख्यमंत्री निवास में किया गया है। इस आयोजन का जिलों के मुख्य स्कूलों में सीधा प्रसारण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बटन दबाकर नक्सल प्रभावित चार जिलों सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में बंद पड़े 260 स्कूलों को फिर से शुरू करेंगे। इन स्कूलों से 11 हजार 13 बच्चों का दाखिला हुआ है। बीजापुर जिले में सबसे अधिक 158 स्कूल खोले जा रहे हैं। सुकमा जिले में 97, नारायणपुर जिले में 4 और दंतेवाड़ा जिले में एक बंद स्कूल फिर से खोला जा रहा है। इस मौके पर पुनः खोले जा रहे स्कूलों के पालकों और बच्चों से मुख्यमंत्री, ऑनलाइन सीधा संवाद करेंगे।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और बीजापुर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा भी कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं। प्रवेश उत्सव से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, नए शिक्षा सत्र 2022 की शुरुआत हम बहुत उम्मीदों के साथ कर रहे हैं। इस वर्ष नियमित शालाएं संचालित हों, साथ ही पिछले सत्रों में हुए नुकसान की भरपाई भी हो सके। नए सत्र के साथ हम नए कार्यों का आगाज भी कर रहे हैं।
जिला स्तरीय प्रवेशोत्सव तीन बजे से होगा
प्रदेशव्यापी शाला प्रवेश उत्सव के मुख्य कार्यक्रम के बाद जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के कार्यक्रम 3 बजे से शुरू होंगे। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में नव-प्रवेशित बच्चों का मिठाई, गुलाल, पुस्तक एवं यूनिफार्म वितरण कर प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान एवं स्वागत किया जाएगा।