तीज में किस तारीख को कौन सी व्रत-पूजा…देखे सभी तिथियां…
रायपुर . अब तीज-त्योहारों की बहार आ रही है। हर दूसरे-तीसरे दिन उपवास, पूजा-अर्चना करने में माताएं-बहनें तीजा-पोला तक जुटी नजर आएंगी। इस दौरान कजली गीत भी गूंजित होगी। तीजा-पोला के बिहान गणेश चतुर्थी तिथि 10 सितंबर को है। इस तिथि पर गणेशोत्सव पर घरों से पूजा पंडालों तक विघ्नहर्ता विराजेंगे और अनंत चतुर्दशी तक उत्सव की धूम, परंतु कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ। 25 अगस्त को बहुला चतुर्थी है। इस दिन माताएं और बहनें व्रत रखकर गाय-बछड़े की पूजा कर माताएं संतान की और बहनें भाइयों की लंबी उम्र की कामना करेंगी। 28 अगस्त को हलषष्ठी व्रत यानी कमरछठ पूजा कर माताएं संतान सुख की कामना करेंगी।
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कोरोनाकाल के कारण पिछले साथ जैसा ही शहर के बहुत कम जगहों पर गणपति बप्पा को विराजने की तैयारियां हैं। क्योंकि प्रशासन की गाइडलाइन सख्त है। न मूर्तियां लाने और न विसर्जन करने में धूम रहेगी। क्योंकि बैंडबाजा, डीजे पर रोक लगी हुई है। इसे देखते हुए पहले जैसा गणेशोत्सव नहीं होगा। बड़ी आकर्षक झांकियां भी नहीं बनेगी। गणपति बप्पा की घरों में छोटी और पूजा पंडालों में केवल 4 फीट की मूर्तिया विराजकार गणेशोत्सव समितियां परंपरा को पूरा करेंगी।
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बहुला चौथ की कथा द्वापर युग से जुड़ी
पंडित चंद्रभूषण शुक्ला के अनुसार बहुला चतुर्थी का व्रत-पूजा की मान्यताएं द्वापरयुग की कथा से जुड़ी हुई हैं। सत्यनिष्ठा की परीक्षा भगवान श्रीकृष्ण ने गाय-बछड़े की ली थी। जिस पर खरी उतरी। उसी दिन से भादो कृष्णपख की चतुर्थी का व्रत पूजन बहुला चतुर्थी के नाम से प्रख्यात हुई। इस बार 25 अगस्त को तृतीया और चतुर्थी तिथि की युति है। उदय तिथि की मान्यता से माताएं-बहनें व्रत रखकर गाय-बछड़े की पूजा करेंगी। पकवान खिलाएंगी। इस व्रत को रखने से संतान के सभी तरह के कष्ट दूर होते हैं।
किस तारीख का कौन सी व्रत-पूजा की तिथियां
– 25 अगस्त को कजली तीज और बहुला चतुर्थी
– 28 अगस्त हलषष्ठी व्रत यानि की कमरछठ पूजा
– 30 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत पूजा महोत्सव
– 3 सितंबर को अजा एकादशी व्रत
– 4 सितंबर को प्रदोष व्रत
– 5 सितंबर मास शिवरात्रि व्रत पूजा
– 6 सितंबर पोला उत्सव पूजा
– 7 सितंबर को अमावस्या
– 9 सितंबर को हरितालिका तीजा व्रत
– 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी व्रत, पूजा महोत्सव