बच्चों को कीड़ेमकोड़े खाने को दिए जाएं, झींगुर और मीलवॉर्मस में होता है प्रोटीन…रिसर्चर्स बोले
डेक्स – चीन दुनिया भर में एक ऐसे देश के तौर पर जाना जाता है, जहां लोग बड़ी संख्या में कीड़े मकोड़े खाना पसंद करते हैं। अब इंग्लैंड में कार्डिफ यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट के रिसर्चर्स ने भी कुछ इसी तरह का सुझाव दिया है। रिसर्चर्स का दावा है कि मीट और इससे बनने वाले प्रोडक्ट 64 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड पैदा करते हैं।
डेली मेल के मुताबिक ये रिसर्चर्स वेल्स के चार प्राइमरी स्कूल में 5 से 11 साल के बच्चों को झींगुर, मीलवॉर्मस जैसे कीड़े खिलाकर एक्सपेरिमेंट करने का विचार कर रहे हैं। फिलहाल इन बच्चों के बीच चिकन और फ्रैंच फ्राइज काफी पॉपुलर हैं।
एक्सपर्ट ने अपनी रिपोर्ट में बच्चों के माता-पिता को भी सलाह दी है कि वो अपने बच्चों को घर पर खाने वाले कीड़ों से बनी सॉस और प्लांट बेस्ड चीजें खाने के लिए मोटिवेट करें, ताकि बच्चों को पर्यावरण बचाने के बारे में जानकारी दी जा सके और उन्हें सही पोषण भी मिल पाए।
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट इंग्लैंड के प्रोफेसर वेरेटी जोनस के मुताबिक-इस रिसर्च से दुनिया के पर्यारवण से जुड़े सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट इंग्लैंड के प्रोफेसर वेरेटी जोनस के मुताबिक-इस रिसर्च से दुनिया के पर्यारवण से जुड़े सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।
छोटे बच्चों को जागरूक करने के तरीके ढूंढने की भी कोशिश
इस प्रोजेक्ट पर्यावरण को लेकर बच्चों के बिहेवियर पर भी एक सर्वे किया गया था। इस सर्वे से रिसर्चर्स ऐसे तरीकों के बारे में जानना चाहते थे जिनसे बच्चों को पर्यावरण के लिए मीट छोड़कर कीड़े खाने के लिए प्रेरित किया जा सके।
दुनिया में 2,000 कीड़े खाने लायक
इस रिसर्च में बताया गया है- दुनिया में कुल 2 हजार कीड़े ऐसे हैं जिन्हें इंसान खा सकता है। इन कीड़ों में खास नस्ल की मक्खी, झींगुर, मीलवॉर्म और टिड्डी शामिल हैं। रिसर्च में दावा किया गया है कि ये सभी प्रोटीन का बड़ा सोर्स हैं। आपको बता दें कि दुनिया में एशिया, लैटिन अमेरिका, अफ्रीका के कई देशों में कीड़े खाए जाते हैं।