FEATUREDGeneralLatestNewsUncategorizedछत्तीसगढ़रायपुर

अंबिकापुर: इस बार बारदाने की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा किसानों को

अंबिकापुर। सरगुजा जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारी पूरी कर ली गई है।चालू खरीफ सीजन में सरगुजा जिले में धान खरीदी के लिए बारदाने की दिक्कत किसानों को नहीं होगी।जिले में 11 हजार गठान बारदाना की आवश्यकता होगी।अभी तक जिले में 8,920 गठान बारदाना उपलब्ध हो गया है।धान खरीदी के शुरुआती दो महीने तक बारदाना की कमी नहीं होगी।शेष बारदाने की उपलब्धता भी प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की जा रही है।पिछले खरीफ सीजन में बारदाना की कमी से किसानों को परेशान होना पड़ा था।

शासकीय उचित मूल्य राशन दुकान के अलावा राइस मिलरों से भी बारदाना मांगा गया था।राशन दुकान संचालकों के साथ राइस मिलरो को भी बारदाने के लिए दबाब झेलना पड़ा था लेकिन इस बार नए बारदाना की भी उपलब्धता सुनिश्चित हो जाने से किसानों को आसानी होगी। सरगुजा जिले में 40 धान उपार्जन केन्द्र हैं।आरंभिक तैयारी के रूप में सभी केन्द्रों में पर्याप्त संख्या में कांटाबांट, स्टेन्सिल एवं आर्द्रतामापी यंत्र उपलब्ध है।

सभी यंत्रों के सत्यापन व केलिब्रेशन की कार्यवाही हो चुकी है। विगत वर्षों में कोविड के कारण बारदाना आपूर्ति में समस्या थी। इस वर्ष जिले दो लाख 20 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान है। जिसके लिए 11 हजार गठान बारदाना की आवश्यकता होगी। जिले में आठ हजार 920 गठान बारदाना की व्यवस्था कर ली गई है। शेष 2080 गठान बारदानों की व्यवस्था निर्बाध रूप से हो जायेगी।

इस प्रकार जिले में धान खरीदी के लिए बारदाना का अभाव नहीं होगा। खरीदी पूर्व सभी उपार्जन केन्द्रों में आगामी 15 दिवस के लिए बारदाना उपलब्ध करा दिया गया है। सभी समितियों में कम्प्यूटरीकृत व्यवस्था से ही धान खरीदी की जायेगी। इसके लिए सभी समितियों में धान खरीदी सॉफ्टवेयर का ट्रायल रन कर लिया गया है।

छोटे किसानों को प्राथमिकता
सरगुजा जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में छोटे व मध्यम किसानों को पहले प्राथमिकता दी जा रही है। छोटे कृषकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उनको प्राथमिकता से टोकन जारी करने के निर्देश दिये गये है। समितियों में जाम की स्थिति से बचने के लिये धान खरीदी के प्रारंभ से ही धान का उठाव के लिये मिल पंजीयन व परिवहनकर्ता से निविदा की कार्यवाही की जा रही है। कस्टम मिलिंग चावल जमा कराने के लिए 25 हजार मीट्रिक टन का रिक्त स्थान उपलब्ध है।

बलरामपुर जिले में कलेक्टर व एसपी ने संभाली कमान
बलरामपुर जिले की सीमाएं झारखंड,उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश से लगी हुई है।पड़ोसी राज्यों का धान पूर्व के वर्षों में सीमावर्ती समितियों में खपाया जाता रहा है।इस बार अंतरराज्यीय मार्गों पर चेक पोस्ट बनाया जा रहा है।कलेक्टर विजय दयाराम तथा पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने व्यवस्थित तरीके से धान खरीदी के लिए सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है।कलेक्टर व एसपी खुद सीमावर्ती समितियों में जाकर धान खरीदी और पडोसी राज्य का धान रोकने लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।

15 नवंबर से समितियों में धान आवक की उम्मीद
उत्तर छत्तीसगढ़ में धान की फसल पक कर लगभग तैयार हो चुकी है लेकिन अभी तक धान कटाई का काम शुरू नहीं हुआ है। इस बार भरपूर पैदावार की उम्मीद है। धान खरीदी एक नवंबर से आरंभ हो रही है लेकिन पूरी संभावना है कि 15 नवंबर के बाद ही समितियों में धान की आवक शुरू होगी। दिसंबर में धान की आवक समितियों में ज्यादा बढ़ने की संभावना है।धान कटाई- मिसाई के बाद भी किसान समितियों में धान लेकर आते हैं।धान की गुणवत्ता और नमी देखकर ही खरीदी की जाती है।

akhilesh

Chief Reporter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Follow Us

Follow us on Facebook Follow us on Twitter Subscribe us on Youtube