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पतंजलि की दवा पर लगी पाबंदी को आयुष मंत्रालय ने हटाई

दिल्ली:योग गुरू बाबा रामदेव ने पतंजलि रिसर्च इंसटीट्यूट द्वारा तैयार की गई कोरोना की आयुर्वेदिक दवा लॉच कर दी है। बाबा रामदेव ने पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में आयोजित एक कार्यक्रम में कोरोना के इलाज के लिए तीन दवाएं लॉच की हैं। पतंजलि का दावा है कि औषधीय परीक्षणों में सभी कोरोना पॉजिटिव रोगी इन आयुर्वेदिक दवाओं के जरिए 3 से 15 दिन में पूरी तरह से सही हो गए। इस दौरान एक भी रोगी की मृत्यु नहीं हुई। इन दवाओं का इस्तेमाल कोरोना पॉजीटिव के इलाज के साथ ही संक्रमण से बचने के लिए भी किया जा सकता है। आइये जानते हैं कैसे काम करती है पतंजलि की ये दवाएं और कितनी डोज लेनी होगी।

पतंजलि ने लॉच की हैं ये तीन दवाएं
पतंजलि योगपीठ में कोरोना के इलाज व बचाव के लिए तीन दवाएं लॉच की हैं। इन दवाओं का नाम ‘दिव्य श्वासारि वटी’, ‘दिव्य कोरोनिल टैबलेट’ और ‘दिव्य अणु तैल’ है। लॉचिंग के मौके पर बाबा रामदेव ने दावा किया कि परीक्षण के तीन के अंदर 69 फीसद रोगी सही हुए हैं, जबकि 7 दिन के भीतर 100 फीसद मरीज स्वस्थ हुए हैं। ट्रायल में इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

पहली दवा दिव्य श्वासारि वटी

पतंजलि द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 15 से 80 वर्ष के व्यक्तियों को इसकी 3-3 गोली दिन में तीन बार लेनी होगी। सुबह नाश्ते व दोपहर-रात में खाना खाने से आधा घंटे पहले गर्म पानी से इस दवा को लेना होगा। 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए इन दवा की आधी खुराक प्रयोग की जा सकती है।
दूसरी दवा दिव्य कोरोनिल टैबलेट

पतंजलि का दावा है कि इस दवा को तीन दवाओं के उचित मात्रा में मिश्रित कर बनाया गया है। ‘कोरोनिल टैबलेट’ को ‘पतंजलि गिलोय घनवटी’, ‘पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल या दिव्य अश्वगंधी घनवटी’ और ‘पतंजलि तुलसी घनवटी’ को मिलाकर बनाया गया है। पतंजलि के अनुसार 15 से 80 वर्ष के लोगों को दिव्य कोरोनिल टैबलेट की 3-3 गोलियां दिन में तीन बार सुबह, दोपह और शाम को खाना खाने के आधे घंटे बाद गर्म पानी से लेनी होगी। इसकी जगह लोग दिन में तीन बार खाना खाने के आधे घंटे बाद गर्म पानी से पतंजलि गिलोय घनवटी की दो गोली, पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल या दिव्य अश्वगंधी घनवटी की एक गोली या कैप्सूल और पतंजलि तुलसी घनवटी की एक गोली ले सकते हैं। वहीं 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए दवा की आधी खुराक का इस्तेमाल करना होगा।
तीसरी दवा दिव्य अणु तैल (नस्य हेतु)

इस दवा को प्रतिदिन दिन में एक बार प्रयोग करना है। पतंजलि के मुताबिक इस दवा को सुबह नाश्ते से 1 घंटे पहले नाक में 4-4 बूंद डालना होगा। पतंजलि द्वारा 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए इसकी आधी खुराक इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।

ऑनलाइन उपलब्ध होगी दवा, जानें- कीमत

शनिवार को पतंजलि एक मोबाइल ऐप Ordernil APP लॉच करेगा। इस ऐप के जरिए लोग घर बैठे दवा का आर्डर दे सकेंगे। पतंजलि का दावा है कि तीन दिन के भीतर लोगों को दवा की होम डिलीवरी होगी। कोरोनिल टैबलेट की कीमत 400 रुपये, श्वासारि वटी की कीमत 120 रुपये और अणु तैल की कीमत 25 रुपये है। एक महीने की दवा 545 रुपये में उपलब्ध होगी।

ऐसे काम करती है दवा

पतंजलि के अनुसार अश्वगंधा, कोविड-19 के आरबीडी को मानव शरीर के एसीई से मिलने नहीं देता। इससे कोविड-19 वायरस, संक्रमित मानव शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं में प्रवेश नहीं कर पाता। गिलोय भी अश्वगंधा की तरह काम करता है। यह इंसान को संक्रमित होने से रोकता है। तुलसी का कंपाउंड कोविड-19 के आरएनए-पॉलीमरीज पर अटैक कर उसके गुणांक में वृद्धि करने की दर को न सिर्फ रोक देता है, बल्कि इसका लगातार सेवन उसे खत्म भी कर देता है। श्वासारि रस गाढ़े बलगम को बनने से रोकता है और बने हुए बलगम को खत्म कर फेफड़ों की सूजन कम करता है। इसी तरह अणु तेल का इस्तेमाल नेजल ड्राप के तौर पर कर सकते हैं।

कोरोना से बचने के लिए इन दवाओं के इस्तेमाल का दावा

पतंजलि का दावा है कि उसकी दवाओं का इस्तेमाल केवल कोरोना के इलाज ही नहीं, बल्कि बचाव के लिए भी किया जा सकता है। कोरोना से बचाव के लिए दिव्य श्वासारि वटी की 2-2 गोली सुबह-शाम खाना खाने से आधा घंटा पहले गर्म पानी से लेनी होगी। साथ ही दिव्य कोरोनिल टैबलेट की 2-2 गोली सुबह-शाम खाना खाने के आधे घंटे बाद गर्म पानी से लें।

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