छत्तीसगढ़ में शुरू हुई गोमूत्र खरीदी: सीएम बघेल बने पहले विक्रेता,
रायपुर – हरेली तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में रौनक देखी जा रही है। भूपेश बघेल मुख्यमंत्री निवास पर हरेली पर्व को धूमधाम से मना रहे हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि यंत्रों की विधिवत पूजा अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इसके बाद उन्होंने गौमाता को चारा खिलाया और उसकी पूजा कील राउत नाचा, करमा नृत्य, आदिवासी नृत्य के लोक कलाकार परंपरागत छत्तीसगढ़िया वाद्य यंत्रों के धुन पर थिरके। इस मौके पर सीएम बघेल ने गेड़ी के साथ झूले का भी आनंद लिया। इस दौरान उनके साथ मंत्री कवासी लखमा, मोहम्मद अकबर कई अन्य मंत्री और विधायक मौजूद थे।
हरेली पर्व पर मुख्यमंत्री ने गोमूत्र की खरीदी की शुरुआत करते हुए भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के पहले गोमूत्र विक्रेता बने। मुख्यमंत्री बघेल ने चंदखुरी की निधि स्व सहायता समूह को 5 लीटर गोमूत्र बेचकर 20 रूपए अर्जित किए। छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां सरकार गोधन न्याय योजना के तहत अब गोबर के अलावा गोमूत्र की खरीदी कर रही है। साथ ही स्व सहायता समूहों को प्रोत्साहन राशि का वितरण किय
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास परिसर से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और शुभकामनाएं दी। राजगीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के संबंध में शपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ शुरूआत में खनिज न्यास निधि प्राप्त करने वाले नौ जिलों दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुंद, जांजगीर-चांपा, गरियाबंद, धमतरी, कांकेर में जाएगा। इसके बाद रथ प्रदेश के बाकी बचे जिलों के भ्रमण पर जाएगा। ‘बात हे अभियान के महिला मन के सम्मान के सूत्र वाक्य के साथ यह यात्रा शुरू होगी।
रथ में लगी एलईडी स्क्रीन के मााध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने को शार्ट फिल्म दिखाई जाएगी। रथ में दो अधिवक्ता भी होगे जो महिलाओं की समस्याओं का समाधान करने के साथ उनसे आवेदन भी लेंगे, ताकि महिला आयोग से मदद दिलाई जा सके। इस अभियान के तहत महिलाओं को नि:शुल्क कानूनी सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री-राज्यपाल ने दी बधाई
हरेली तिहार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यपाल अनुसुईया उइके राज्यवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि छत्तीसगढ़ में हरेली त्यौहार का विशेष महत्व है। इस पर्व पर किसान अपने कृषि उपकरणों और कृषि कार्य में सहयोग करने वाले पशुओं की पूजा-अर्चना कर अच्छे फसल की कामना की जाती है। राज्यपाल ने इस अवसर पर किसानों सहित प्रदेश के सभी नागरिकों की सुख- समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की है। वहीं मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि हरेली छत्तीसगढ़ के जन-जीवन में रचा-बसा खेती-किसानी से जुड़ा पहला त्यौहार है। इसमें अच्छी फसल की कामना के साथ खेती-किसानी से जुड़े औजारों की पूजा की जाती है। इस दिन धरती माता की पूजा कर हम भरण पोषण के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं।