आंकड़ें ही बयां कर रती है प्रदेश में अपराध की तस्वीर: कौशिक
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने विधानसभा में खुद ही स्वीकार रही है कि 18 वर्ष से 30 वर्ष तक के 9281 युवाओं ने आत्महत्या की है, यह आंकड़ा एक जनवरी 2019 से 15 फरवरी 2020 तक की है। इससे स्पष्ट है कि राज्य के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है और बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है जिस कारण युवा आत्महत्या को विवश है।
उन्होंने कहा कि 1 जनवरी 2019 से 15 फरवरी 2022 तक प्रदेश में हत्या आत्महत्या व बलात्कार की जो घटनाएं हुई है वह बेहद ही चिंता जनक है। हत्या के करीब 2960 मामलें, आत्महत्या के 24529 मामलें व 5153 मामलें दर्ज किए गए है जो बेहद ही चौकाने वाले हैं। प्रदेश में लगातार बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है और पूरा प्रदेश अपराध का केन्द्र बनता जा रहा है।
सभी तरफ भय का वातावरण है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की यात्रा में कभी भी अपराध व बुनियादी बातों पर चर्चा नहीं करते है जो उन्हें पीआर एजेंसी की ओर से बताया जाता है केवल वही बातें ही करते हैं। जिसका जनता से कोई सरोकार नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस की सरकार प्रदेश में केवल अपराधियों को संरक्षण दे रही है ना कि प्रदेश की जनता को। प्रदेश में लगातार हो आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने के नाम पर समीक्षा बैठक करती हैं लेकिन इस बैठक में ऐसा कोई निर्णय नहीं होता जिससे प्रदेश में हो रही आपराधिक गतिविधियों पर रोक लग सके।
आज प्रदेश के किसान, युवा, महिला हर वर्ग प्रदेश सरकार की झूठे वादों से अपने आपको छला हुआ महसूस कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदेश में लगातार किसान आत्महत्या कर रहे हैं, युवा रोजगार की तलाश में लगातार भटक रहे हैं। प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का वादा तोड़कर प्रदेश की महिलाओं को भी छला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार महिलाओं से रेडी टू ईट का काम भी छीन कर न केवल उन्हें बेरोजगार किया है बल्कि उनके परिवार पालन पर भी डाका डाला है।