अजित जोगी के विधायक प्रतनिधि कांग्रेस में हुए शामिल ,जोगी के बेहद करीबी थे ये नेता
रायपुर । अजीत जोगी के बेहद करीबी ज्ञानेंद्र उपाध्याय कांग्रेस में शामिल हो गये हैं। अजीत जोगी के बेहद खास कहे जाने वाले ज्ञानेंद्र विधायक प्रतिनिधि भी रहे हैं और अजीत जोगी के चुनाव संचालन का पूरा जिम्मा भी संभालते थे। अजीत जोगी के निधन के 10 दिन बाद ही उन्होंने जोगी कांग्रेस छोड़कर कांग्रेस का जा पहुचे । ज्ञानेंद्र 1980 से सक्रिय राजनीति में हैं। मरवाही विधानसभा सीट जहां जोगी परिवार का कब्जा रहा वहां 7 विधानसभा और लोकसभा चुनाव का संचालन कर चुके हैं।
अजीत जोगी के विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के अनुमति से उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन के समक्ष जनता कांग्रेस को छोड़ कांग्रेस में वापसी की। ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री निवास पहुंच कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
उल्लेखनीय है कि, ज्ञानेंद्र उपाध्याय अजीत जोगी के बहुत ही करीबी माने व जाने जाते हैं। अजीत जोगी के चुनाव की कमान ज्ञानेंद्र उपाध्याय के हांथो में ही रहती थी उनका कांग्रेस में वापस जाना जनता कांग्रेस एवं अमित जोगी के लिये बहुत बड़ा झटका है। अब मरवाही में अमित जोगी की राह आसान नहीं है, क्यूँकि अजीत जोगी हो या अमित जोगी मरवाही सिर्फ़ चुनाव लड़ने जाते थे बाक़ी मरवाही विधानसभा का पूरा कार्यभार ज्ञानेंद्र उपाध्याय के द्वारा ही उनकी ओर से सम्भाला जाता रहा है, ज्ञानेंद्र उपाध्याय 1980 से सक्रिय राजनीति में है।
अब ऐसे वक्त में जब अमित जोगी मरवाही से चुनाव लड़ने की तैयारी में है । अजीत जोगी के बहुत ही करीबी का कांग्रेस में शामिल होना मतलब अमित जोगी के लिये ख़तरे की घंटी है। जानकारों के मुताबिक अब अमित की राह आसान नही है, ज्ञानेंद्र उपाध्याय के साथ छोड़ने से अमित जोगी का पूरा समीकरण गड़बडा जायेगा। विधानसभा चुनाव के पहले अमित जोगी के क्रियाकलापों से खिन्न हो युवा जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विनोद तिवारी व अन्य ने जनता कांग्रेस छोड़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिवस पर कांग्रेस वापसी की थी। आज ज्ञानेंद्र उपाध्याय के कांग्रेस वापसी में भी विनोद तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।