फेक न्यूज के सहारे लोगों को भड़काने और दंगे फैलाने के आरोप में पूर्व पत्रकार प्रशांत कनौजिया को पुलिस ने किया गिरफ़्तार
नई दिल्ली | फेक न्यूज के सहारे लोगों को भड़काने और दंगे फैलाने के आरोप में पूर्व पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। बता दें कि राम मंदिर व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में प्रशांत कनौजिया को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया है। प्रशांत कन्नौजिया के खिलाफ लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज की गई है। फ़ेक न्यूज़ से दंगे फैलाने के आरोप में पूर्व पत्रकार प्रशांत कन्नौजिया को दिल्ली पुलिस व यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ़्तार किया है। इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय ने बताया की सोमवार को प्रशान्त कन्नौजिया के द्वारा अयोध्या राम मंदिर को लेकर विवादित पोस्ट किया गया था। जिसके बाद दरोगा दिनेश शुक्ला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
“कितना भी समर्थन कर लो निमंत्रण तो मिला नहीं क्योंकि वो आपको अछूत मानते हैं लेकिन आप जैसे गुलामों को भारत के इतिहास में चमचा ही कहा जायेगा। कांशीराम ने आप जैसे लोगों के लिए ही चमचा युग लिखा था। शर्म आनी चाहिए ऐसे राष्ट्रपति को। धिक्कार है।”
प्रशान्त द्वारा ट्विटर पर जाति-धर्म को बांटने वाले टिप्पणी की थी, जिससे शांति व्यवस्था बिगड़ने की आशंका हैं। प्रशांत के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में 8 जून 2019 को भी केस दर्ज हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर प्रशांत को गिरफ्तार भी किया गया था।
प्रशांत की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया पर तमाम तरह के रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं। 18 अगस्त को हुई प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी पर ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा कि, “यूपी पुलिस कितनी बार इसे गिरफ्तार कर चुकी फिर बाहर निकाल कर वैसे ही करता है मेरा पुलिस से निवेदन है कि कृपया ऐसी खुराक इसे दी जाए कि सुधर के बाहर निकले इसके मन में गलत काम करने से पहले कानून का डर हो।”