टीचर को मारी सिटी तो 40 बच्चो को पीट-पीटकर कर दिया अधमरा…
40 बच्चों को टीचरों ने पीट-पीटकर खाल उतार लिया। मामला यूपी के फतेहाबाद के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का है। इस मामले में महिला टीचर समेत तीन शिक्षकों के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है। इस मामले में DSP को जांच का जिम्मा दिया गया है। आरोप है कि क्लास रूम में महिला टीचर को देख एक छात्र ने सीटी मार दी थी, इसी बात से बौखलायी टीचर ने अपने दो साथी शिक्षकों के साथ मिलकर 40 बच्चों को मुर्गा बनाकर सामूहिक पिटाई शुरू कर दी।
बताया जाता है कि सोमवार को स्कूल में ग्यारवीं कक्षा का एक खाली पीरियड था। विद्यार्थी कक्षा में शोर मचा रहे थे। इस दौरान जब महिला पीटीआई रजनी कक्षा में गई तो कक्षा में किसी छात्र ने सीटी मार दी। महिला पीटीआइ द्वारा पूछने पर किसी ने नहीं बताया कि यह हरकत किसने की। आखिरकार मामला स्कूल की अनुशासन समिति के पास पहुंचने के बाद समिति के सदस्यों कामर्स प्रवक्ता चरणजीत सिंह व कंप्यूटर अध्यापक मांगे राम ने उस कक्षा के विद्यार्थियों से पूछताछ की और न बताने पर कई विद्यार्थियों की पिटाई कर दी।
सामूहिक पिटाई के बाद 10 छात्रों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. पिटाई से घायल हुए छात्रों और उनके परिजनों ने पुलिस को मामले की शिकायत दर्ज करवाई है. घटना 6 सितंबर को हुई और स्कूल से लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी मंगलवार दिनभर मामले को दबाने का प्रयास करते रहे. पुलिस विभाग से लेकर स्कूल और शिक्षा विभाग किसी भी अधिकारी ने मामले में सामने आकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। आखिरकार देर शाम फतेहाबाद के जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग सामने आए और जानकारी देते हुए बताया कि टोहाना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एक कक्षा के छात्रों की सामूहिक पिटाई के मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है और शिक्षा विभाग की तरफ से भी खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई थी. खंड शिक्षा अधिकारी ने रिपोर्ट अभी तक सबमिट नहीं की है. जैसे ही खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से पूरे मामले की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सबमिट करवा दी जाएगी, रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाकर आरोपी स्कूल स्टाफ पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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अस्पताल में भर्ती घायल छात्र प्रीतपाल सिंह ने बताया कि कक्षा में पीछे की तरफ बैठे किसी एक बच्चे ने सीटी मारने की शरारत की थी और इस दौरान कक्षा में पहुंची अध्यापिका ने तैश में आकर पूरी कक्षा को बाहर बुला लिया और मुर्गा बनाकर सब की पिटाई की. डंडों से बुरी तरह सभी बच्चों की कमर और शरीर के दूसरे हिस्सों पर छोटे मारी गई जिससे कई छात्रों के शरीर पर गहरे निशान हो गए और खून निकल आया. इसके अलावा कई बच्चों को चक्कर आ गए और कईयों की हालत गंभीर हो गई जिसके बाद छात्रों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. डंडों से बच्चों की इतनी पिटाई की गई कि शरीर पर मार-मार के डंडे ही तोड़ दिया गए. यहां तक कि पिटाई करने वाले अध्यापकों ने कई बच्चों से गाली गलौज भी की. छात्र ने कहा कि पूरी कक्षा की इस कदर पिटाई की गई कि कई छात्र बेहोश हो गए और और कई छात्र अब सदमे में है और स्कूल जाने से डर रहे हैं. अस्पताल में भर्ती छात्र हनुमान ने बताया कि किसी एक बच्चे की शरारत की वजह से पूरी कक्षा को सजा दी गई जो कि गलत है. हमारी मांग है कि स्कूल स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि दोबारा से इस तरह बच्चों को कोई ना पीटे.
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राज्य सरकार ने इस मामले में एसपी से 5 दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है। फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस के पास पहुंची शिकायत पर स्कूल के तीन आरोपी अध्यापक पीटीआई रजनी, डीपी मांगेराम और लेक्चरर चरणजीत सिंह के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट की धारा 3, आईपीसी की धारा 294, 323 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. वहीं, दूसरी तरफ शिक्षा विभाग भी मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.