संगठन और समाज के लोगों से मिलेंगे, BJP की वापसी की नब्ज तलाशेंगे शाह-नड्डा:
रायपुर में जल्द ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आएंगे। इसे लेकर छत्तीसगढ़ भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अगस्त के अंतिम सप्ताह में नड्डा और सितंबर के शुरुआती सप्ताह में अमित शाह के कार्यक्रम तय हैं। दोनों ही नेताओं के आने का मकसद एक है, प्रदेश में भाजपा की सत्ता वापसी की स्थिति को टटोलना। हालांकि संगठन दोनों के ही दौरों को एक सामान्य प्रक्रिया बता रहा है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रदेश में भाजपा की स्थिति का जायजा लेने खुद पहुंच रहे हैं। नड्डा प्रदेश स्तर के नेताओं से तो मिलेंगे। साथ ही बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से भी मुखातिब होंगे। दूसरी तरफ शाह का दौरा, मोदी सरकार के अब तक के काम काज के प्रचार और प्रदेश में केंद्रीय योजनाओं की स्थिति की समीक्षा से संबंधित है। वो अलग-अलग समाज के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
26 से 28 के बीच कार्यक्रम
पूर्व CM और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने मीडिया को बताया कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष का दौरा तय है। हो सकता है वो 26 -27 को आएं या 27-28 अगस्त को आएं। उनका दो दिन का प्रवास रहेगा। वो बूथ में जाएंगे, मंडल स्तर तक जाएंगे, जिले में जाएंगे, प्रदेश के कोर ग्रुप से बात करेंगे। दो दिनों तक प्रदेश में रहेंगे।
डॉ रमन सिंह ने कहा कि इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम निर्धारित है। वो भी आएंगे और समाज के सभी वर्गों के साथ बात करेंगे। विकास की गौरवशाली यात्रा जो मोदी जी के नेतृत्व में देश ने देखी है, जो परिवर्तन आया उस पर वो बात करेंगे। आने वाले दिनों में भारत शीर्ष स्थान पर पहुंचेगा। देश में बदलाव का काम हो रहा है। आकांक्षी जिलों पर काम किया गया, इस पर अमित शाह चर्चा करेंगे।
2023 के चुनावों पर नजर
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सियासी थिंक टैंक का काम करने वाले अमित शाह साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को भी परखेंगे। प्रदेश भाजपा के केंद्रीय संगठन ने चुनाव को देखते हुए हर मोर्चे को अलग-अलग लक्ष्य दिया है। युवा मोर्चा को बेरोजगारी टेंट लगाने का निर्देश दिया गया है। आकांक्षी जिलों के कामकाज की समीक्षा रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी गई है। अमित शाह इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र की योजनाओं के प्रभाव का आकलन करेंगे। शाह ये भी देखेंगे कि केंद्र की योजनाओं के जरिए लोग भाजपा से खुद को कनेक्ट कर पाए।