करोडपति पटवारी को आखिर कौन बनाया करोड़पति …?
रीवा ।मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में डगा हल्का के पटवारी श्याम चरण दुबे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में EOW ने एफआईआर दर्ज की है. इसके अलावा इस मामले में राजस्व विभाग के तीन वरिष्ठ अधिकारी भी जांच के दायरे में आ रहे हैं. ईओडब्ल्यू ने विभागीय जांच के लिए प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी गई है. इधर, देवसर उपखंड अधिकारी ने एक दूसरे मामले में लापरवाही बताते हुए डगा हल्का पटवारी श्याम चरण दुबे के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है. राजस्व विभाग की इस कार्रवाई पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है. ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट के आधार पर निलंबन की कार्रवाई का आदेश जारी करना चाहिए था लेकिन देवसर तहसील के एसडीएम ने निलंबन की कारणों का विभाग के कार्यों में लापरवाही बरतने के आदेश में उल्लेख किया है. जिस वजह से अब राजस्व विभाग पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है.
राजस्व अधिकारियों से होगी पूछताछ
बीते शुक्रवार की सुबह ईओडब्ल्यू की टीम हल्का पटवारी डगा के आवास पर छापेमारी कार्रवाई के लिए पहुंची. जिसके बाद परिवार के सभी लोग टीम को देखकर अवाक रह गए. दिनभर चले कार्रवाई में ज्वेलरी, नकदी, जमीन और मकान सहित वाहनों को मिलाकर कुल पांच करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ था. इस कार्रवाई में राजस्व विभाग की खूब किरकिरी हुई है. बताया गया है कि हल्का पटवारी से हुई पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू रीवा की टीम ने राजस्व विभाग के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस संबंध में पूछताछ और जांच के दायरे में लिया है. इधर राजस्व अधिकारियों को यह जानकारी मिली है कि टीम उनसे भी कई बिंदुओं पर पूछताछ करेगी. साथ ही उनकी भी संपत्ति की जांच होने की संभावना जताई गई है. इससे राजस्व अधिकारियों की धड़कनें बढ़ गई हैं.
पटवारी के खिलाफ चलेगा मुकदमा
ईओडब्ल्यू की टीम ने बताया है कि आरोपी पटवारी श्याम चरण के खिलाफ मुकदमा चलेगा और जेल भेजा जाएगा. पटवारी ने गलत तरीके से काली कमाई कर आय से अधिक संपत्ति अपने और परिवार के सदस्यों के नाम बनाई. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के बैंकों और डाकघरों में भी लाखों रुपए जमा किया था. अकूत संपत्ति के मामले में ईओडब्ल्यू की टीम पटवारी को जेल भेजने की तैयारी में है.
इन बिंदुओं पर बंदिशें
पटवरी के सभी बैंक खातों पर विवेचना पूरी होने तक लेनदन पर रोक लगा दी गई है. बैंक से न तो पैसा निकाल सकते और न ही जमा कर सकेंगे. जमीनों की खरीदी और बिक्री पर रोक लगा दी गई है.