जेलों में बंद भाइयों की कलाई पर बहने नहीं बांध पाएगी इस बार राखी
अमित दुबे – रायपुर |भाई-बहन का सबसे बड़ा त्यौहार रक्षाबंधन 3 अगस्त को है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से रायपुर सेंट्रल जेल समेत प्रदेश की सभी 33 जेलों में रक्षाबंधन पर किसी भी तरह का आयोजन नहीं किया जाएगा। न तो बहनें अपने भाइयों से मिल पाएंगी और न ही राखी बांध सकेंगी। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जेल प्रशासन ने यह फैसला लिया है। सभी जेल प्रभारियों को यह निर्देश दे दिया गया है। डाक से आने वाली राखियों को सैनिटाइज करने के बाद संबंधित कैदियों को देने को कहा गया है। रक्षाबंधन पर सभी कैदियों के लिए विशेष भोजन बनाने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि रक्षाबंधन के अवसर कैदियों को राखी बांधने के लिए हर साल जेल प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की जाती है।
तीन महीने से मुलाकाती कक्ष बंद-
पिछले तीन महीने से सभी जेलों के मुलाकाती कक्ष बंद हैं। कोरोना के चलते हाई कोर्ट का आदेश मिलने के बाद पैरोल और अंतरिम जमानत पर अकेले रायपुर से एक हजार से अधिक बंदी रिहा किए गए हैं। सभी को 31 अगस्त तक घरों में रहने को कहा गया है।
कोर्ट की सुनवाई आगे बढ़ी-
कोरोना के चलते हाई कोर्ट के निर्देश पर सभी न्यायालयों में नियमित सुनवाई नहीं हो रही है। केवल अतिआवश्यक मामलों को विशेष कोर्ट में रखा जा रहा है। 31 जुलाई तक यह सुनवाई नहीं होगी। रायपुर जिला और इससे संबद्ध गरियाबंद, तिल्दा, राजिम, देवभोग स्थित न्यायालय में 16 से 31 जुलाई तक होने वाली सुनवाई 16 सितंबर से 6 अक्टूबर के बीच होगी।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राखी के अवसर पर प्रदेशभर की जेलों में होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। डाक से आने वाली राखियों को सैनिटाइज करने के बाद कैदियों तक पहुंचाया जाएगा।