छत्तीसगढ़

खेलते-खेलते बैलून निगल गया बालक, कुछ ही देर में हो गई मौत

अंबिकापुर। नगर से लगे ग्राम पंचायत कंजिया के नवापारा में रविवार की सुबह घर के समीप खेलते-खेलते एक 5 वर्षीय बालक ने बैलून को निगल लिया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई, उसे बेहोशी की हालत में परिजन कुसमी अस्पताल में लेकर पहुंचे। लेकिन यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार नगर से लगे ग्राम पंचायत कंजिया के नवापारा निवासी धनंजय मलार के दो बेटे 5 वर्षीय जितेंद्र कुमार व 8 वर्षीय अजीत इन दिनों कुसमी में लगे घिर्रा मेला से बैलून खरीदे थे।

इसे वे रविवार की सुबह अपने घर के समीप बार-बार मुंह से फुलाकर खेल रहे थे। खेलते-खेलते 5 वर्षीय जितेंद्र कुमार बैलून को मुंह में डाल कर निगल गया और कुछ ही देर बाद वह बेहोश होकर गिर गया। यह देख उसका बड़ा भाई अजीत दौड़ कर घर जाकर माता-पिता को घटना के संबंध में बताया। तब बालक के पिता धनंजय व दादा राधे राम बालक को लेकर कुसमी अस्पताल पहुंचे, लेकिन यहां भी बालक की जान नहीं बचाई जा सकी, उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

चिकित्सक डॉ. सोहनलाल ने परिजन को बताया कि बालक ने जिस बैलून को निगल लिया था, वह उसके श्वास नली में जाकर फंस गई थी। फिर सांस लेने के दौरान उसमें हवा भर जाने से सांस पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया और दम घुटने से बालक की मौत हो गई। घटना की सूचना पर कुसमी थाना प्रभारी संतलाल आयाम अस्पताल पहुंचे और बालक के शव का पीएम कराकर परिजन को सौंप दिया

अंबिकापुर। नगर से लगे ग्राम पंचायत कंजिया के नवापारा में रविवार की सुबह घर के समीप खेलते-खेलते एक 5 वर्षीय बालक ने बैलून को निगल लिया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई, उसे बेहोशी की हालत में परिजन कुसमी अस्पताल में लेकर पहुंचे। लेकिन यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार नगर से लगे ग्राम पंचायत कंजिया के नवापारा निवासी धनंजय मलार के दो बेटे 5 वर्षीय जितेंद्र कुमार व 8 वर्षीय अजीत इन दिनों कुसमी में लगे घिर्रा मेला से बैलून खरीदे थे।

इसे वे रविवार की सुबह अपने घर के समीप बार-बार मुंह से फुलाकर खेल रहे थे। खेलते-खेलते 5 वर्षीय जितेंद्र कुमार बैलून को मुंह में डाल कर निगल गया और कुछ ही देर बाद वह बेहोश होकर गिर गया। यह देख उसका बड़ा भाई अजीत दौड़ कर घर जाकर माता-पिता को घटना के संबंध में बताया। तब बालक के पिता धनंजय व दादा राधे राम बालक को लेकर कुसमी अस्पताल पहुंचे, लेकिन यहां भी बालक की जान नहीं बचाई जा सकी, उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

चिकित्सक डॉ. सोहनलाल ने परिजन को बताया कि बालक ने जिस बैलून को निगल लिया था, वह उसके श्वास नली में जाकर फंस गई थी। फिर सांस लेने के दौरान उसमें हवा भर जाने से सांस पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया और दम घुटने से बालक की मौत हो गई। घटना की सूचना पर कुसमी थाना प्रभारी संतलाल आयाम अस्पताल पहुंचे और बालक के शव का पीएम कराकर परिजन को सौंप दिया

akhilesh

Chief Reporter

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