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रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के अधिकारियों ने कलेक्टर से लगाई जान की गुहार

कोरिया | एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र में कार्यरत रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के अधिकारी रामेश्वर त्रिपाठी एवं उनके अधीन कर्मचारियों ने लिखित में जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देते न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अम्बिकेश्वर सिंह पिता अवध बिहारी सिंह निवासी खान बचाव केंद्र डोमनहिल चिरमिरी का निवासी हैं, जो केम्पस के अंदर अनैतिक गतिविधियों एवं खान बचाव केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों को कई तरह की धमकियां देता रहता हैं। अंबिकेश्वर सिंह खान बचाव केंद्र डोमनहिल के मकान नंबर बी 3 में अनधिकृत रूप से निवासरत है। इस मकान पर आए दिन असामाजिक तत्वों का आवागमन बना रहता है, साथ ही शराब का लेनदेन भी व्यापक पैमाने पर किया जाता है एवं लड़कियों का आना जाना भी कैंपस के अंदर चलता है जिससे अनैतिक कार्य इनकार नहीं किया जा सकता। अंबिकेश्वर सिंह को खान बचाओ केंद्र के गाड़ियों से डीजल निकालने के कारण एसईसीएल के सेवा से हटाया जा चुका है, इसके बावजूद भी वह जिससे कारण खान बचाव केन्द्र में कार्यरत कर्मचारियों से रंजिश रखता हैं, क्योंकि गाड़ी से डीजल निकालने के कारण सभी ने प्रबन्धक को ईमानदारी से अपना-अपना बयान दर्ज कराया हैं। जिसके वजह से उन्हें दोषी ठहराया गया है और एसईसीएल की सेवा से शिकायत किया गया हैं। जिसके विरुद्ध 20 मामले दर्ज हैं कुछ मामलों की सुनवाई न्यायालय में विचाराधीन है अभी अम्बिकेश्वर सिंह के जमानत पर रिहा होने के बाद खान बचाव केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों को झूठे प्रकरण दर्ज का धमकी देता रहता हैं। इससे पहले भी झूठे मामले में फंसाया जा चुका है। अम्बिकेश्वर के कारण खान बचाव केंद्र के कर्मचारी केम्पस के अंदर बने मकान पर रहने से डरते हैं क्योंकि हमेशा वहाँ असमाजिक तत्वों का डेरा जमा रहता है।

वही अम्बिकेश्वर सिंह का कहना हैं कि मुझे षड्यंत्र के तहत फसाया गया है जबकि इससे मेरा कोई सरोकार नहीं है मुझे खान बचाव केन्द्र में इस्तेमाल होने वाली वाहन से डीजल निकालने के वजह से एसईसीएल के द्वारा सेवा समाप्त किया गया है, पर यह सब रामेश्वर त्रिपाठी के रचित षड्यंत्र हैं पर मैं इन चीजों से घबराने वाला नही हूं। मुझे न्यायायिक हिरासत में रहते हुए नौकरी से निकाला गया है, जिसके लिए मैंने अपील कर दी है और रही बात मेरे मकान की जब तक मेरा मामला विचाराधीन है, तब तक मुझे यहाँ से कोई नहीं बहार निकाल सकता हैं। अगर मेरे घर पर मेरे रिश्तेदार आते हैं तो क्या वो असमाजिक तत्व हैं ? ये क्या मानसिकता हैं, मेरे समझ से परे हैं। वही नगर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि रामेश्वर त्रिपाठी के द्वारा आवेदन पत्र दिया गया था कि अम्बिकेश्वर सिंह के द्वारा झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी जा रही हैं और एसईसीएल से निलंबित होने के बाद भी अवैध रूप से मकान में रह रहे हैं, जिसके जांच के लिए चिरमिरी थाने में मामले की शिकायत को भेज दिया गया है। जांच के उपरांत कार्यवाही की जाएगी। बहरहाल देखना यह होगा कि पुलिस के द्वारा जांच कर कब तक कार्यवाही की जाती हैं।

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