प्रताड़ित पंचायत सचिव: पंचायत सचिव आत्मदाह करने मजबूर…पंचायत विभाग के उपसंचालक व अपने ही संघ के जिलाध्यक्ष से प्रताड़ित…2 वर्ष से निलंबित सचिव ने प्रांताध्यक्ष को लिखा पत्र…
बिलासपुर। प्रताड़ित पंचायत सचिव उतरा सूर्यवंशी अब आत्मदाह करने अपने ही संघ के प्रांताध्यक्ष तुलसी साहू को पत्र लिखा है…संघ के जिला अध्यक्ष सचिन कौशिक भानु विश्वकर्मा व पंचायत विभाग के उप संचालक जेपी शुक्ला से प्रताड़ित पंचायत सचिव ने आख़िर कड़ा फैसला लेते हुए आत्मदाह करने की चेतावनी दे दी है…पंचायत सचिव उतरा सूर्यवंशी ने अपनी लेख में लिखा है कि पहले ट्रांसफर करने के नाम से लाखों रुपया की मांग किया गया था नही देने पर निलंबन कर दिया फिर…परिवार चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वही शौचालय निर्माण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए कई बार प्रताड़ित किया गया है। जबकि यह खेल पंचायत विभाग के उपसंचालक जेपी शुक्ला और संघ के जिला अध्यक्ष सचिन कौशिक का है….पढ़े पूरे पत्र…
प्रदेश पंचायत सचिव के प्रांताध्यक्ष तुलसी साहू ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि उतरा सूर्यवंसी के साथ पूरा प्रदेश पंचायत सचिव है। जिन दोषियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही नही किया जाएगा तो कलम बंद,काम बंद हड़ताल किया जाएगा…वही संघ के अन्य पदाधिकारियों से चर्चा कर बिलासपुर के अध्यक्ष पर भी कार्यवाही करने संघ जल्द निर्णय लेगा।
उतरा सूर्यवंशी ने मीडिया को वाइस रिकॉर्ड भी दस्तावेज के आधार में दिए है। इसका भी खुलासा करने मीडया से निवेदन किया है। वही इस मामले में पंचायत विभाग के सचिव आर प्रसन्ना से भी किया गया है। जल्द ही कार्यवाही करने का आश्वासन दिए है।
पंचायत सचिव आखिर ड्राइवर क्यों?
पंचायत सचिव का पद पंचायत में कार्य करने का होता है लेकिन सचिन कौशिक पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक जेपी शुक्ला के ड्राइवर बन काली कमाई को सफेद में बदलने का काम भी करता है।वही पंचायत सचिव से हर महीने पैसा पहुचाने की बात होती है। जो पंचायत सचिव नही देते है उसको निलंबत कर दिया जाता है। इस तरह करोड़ो रूपये अपने जेब मे रखे जाते है।