डोंगरगांव में धड़ल्ले से चल रही भूमि अधिग्रहण
डोंगरगांव| डोंगरगांव नगर पंचायत क्षेत्र के स्टेट हाइवे के दोनों ओर अतिक्रमण का खेल लगातार जारी है। एक ओर जहां ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों और राजस्व विभाग की सक्रियता अतिक्रमण हटाने में दिखाई देती है, वहीं दूसरी ओर नगरीय क्षेत्र में प्रशासनिक अमला पूरी तरह निष्क्रिय है। नगर के करियाटोला वार्ड से लगे स्टेट हाइवे के समीप अतिक्रमणकारियों की बाढ़ सी आ गई है।
प्रशासनिक निष्क्रियता के चलते वर्तमान में भी अतिक्रमण जारी है और अतिक्रमणकारी बेखौफ होकर कीमती शासकीय जमीनों को खुलेआम कब्जा करने में लगे हुए हैं. इतना ही नहीं ये अतिक्रमणकारी इस कार्य को अपना व्यापार बना लिया है और कई जमीनों को अतिक्रमण के बाद बेचा भी जा चुका है।
अनलॉक प्रक्रिया के शुरू होते ही अतिक्रमण का खुला खेल फिर शुरू
ज्ञात हो कि नगर के उक्त वार्ड जहां स्टेट हाईवे है उसके एक ओर बीते अनेक वर्षों से वार्ड के दबंगों के व्दारा आवास के बहाने अतिक्रमण किया जाता है फिर अतिक्रमित भूमि को महंगे दामों पर बेचे जाने का मामला वर्षों से चला आ रहा है। इस मामले को लेकर पूर्व में भी विवाद की स्थिति थी। वहीं अनलॉक प्रक्रिया के शुरू होते ही अतिक्रमण का खुला खेल फिर शुरू हो गया है। जहां बेजा कब्जा कर बेशकीमती व विभिन्न योजनाओं के लिए आरक्षित भूमियों को भी हड़पने की साजिश जारी है। इसको लेकर नगर में जनप्रतिनिधियों, अधिकारी व कर्मचारियों के व्दारा संरक्षण दिए जाने की बात सामने आ रही है।
अतिक्रमण के लिए काट दिए हरे पेड़
नगर के करियाटोला वार्ड में अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि शासकीय भूमि में कब्जा करने के लिए सड़क किनारे शासकीय रोपित हरे भरे पेड़ों की बली चढ़ाते नजर आ रहे हैं। जिसका जीवंत उदाहरण शनिवार को शाम दिखाई दिया जहाँ अतिक्रमणकारियों ने जेसीबी की मदद से वन विभाग के व्दारा रोपित पौधों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। जबकि इसके ठीक सामने ही वन विभाग सहित अन्य शासकीय कार्यालयों के दफ्तर हैं।