पुलिस वाहन से कूदा हुआ घायल, इलाज के दौरान मौत
रायपुर – 14 अगस्त की सुबह चोरी के आरोप में गोलबाजार पुलिस के हत्थे चढ़े संजय यादव चलती पेट्रोलिंग वाहन से कूदकर फरार होने की कोशिश में गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई।
पुलिस कस्टडी में हुई इस मौत की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए है। मृतक की पत्नी ने पुलिस पर पति की पिटाई करने का आरोप लगाया था। वहीं पुलिस का दावा है कि पकड़े जाने के बाद संजय को थाना लाया जा रहा था। इस दौरान चलती वाहन का दरवाजा खोलकर कूद गया था, जिससे उसकी सिर पर गंभीर चोटें आई थी।
पुलिस के मुताबिक मूलत: दुर्ग जिले के पाटन के पास तर्रा गांव निवासी संजय यादव अपनी पत्नी गीता के साथ मालवीय रोड में एक ठेले में बंधे सांकल को राड से तोड़कर चोरी कर ले जाने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान वहां पर एक शो-रूम के गार्ड ने उसे देख लिया था। गार्ड के नजदीक पहुंचने पर पति-पत्नी वहां से चले गए। गार्ड ने इसकी जानकारी गोलबाजार पुलिस को दी। इसके बाद पेट्रोलिंग टीम संजय को एवरग्रीन चौक के पास संदिग्ध हालत में पकड़ा। पुलिस को आते देखकर उसकी पत्नी बैजनाथपारा की ओर भाग गई।
चोरी, हत्या की कोशिश में जा चुका है जेल
गोलबाजार टीआई के मुताबिक संजय जनवरी महीने में मौदाहापारा थाना क्षेत्र में बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा जा चुका है। चोरी करते सीसीटीवी फूटेज भी मिला था। इसी तरह संजय के खिलाफ मई में टिकरापारा थाना क्षेत्र में हत्या की कोशिश करने का अपराध दर्ज है। वह आदतन बदमाश है।
पत्नी ने लगाया था मारपीट का आरोप
पांच दिन पहले संजय की पत्नी गीता यादव ने प्रेसवार्ता कर पुलिस पर अपने पति के साथ मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया था। गीता के मुताबिक वह पति के साथ मालवीय रोड में कपड़ा खरीदी करने के लिए गई थी। कालीबाड़ी चौक के पास रुपए गुम होने की वजह से संजय उसे फटकार लगाते हुए झगड़ा कर रहा था। इसी बीच पुलिस पेट्रोलिंग वाहन से दो सिपाही उतरे और उसके पति के सिर पर डंडे से वार किया, जिससे उसके सिर से खून बहने लगा। इसके बाद पुलिस वाले संजय को पैदल साथ लेकर गोलबाजार थाना चले गए। जब वह थाना पहुंची तो संजय को अस्पताल ले जाने की जानकारी मिली।
महिला ने मामला दबाने पैसा देने का आरोप लगाया
गीता का आरोप है कि थाने में गोलबाजार टीआई ने उसे पांच हजार रुपए देकर वहां से विदा कर दिया। साथ ही उसे और जरूरत पड़ने पर पैसा देने की बात कही। महिला के अनुसार पुलिस ने उसे उसके पति के मिर्गी की बीमारी होने की वजह से पुलिस वाहन से कूदने की बात कही थी। महिला के अनुसार उसके पति को अस्पताल में भर्ती करने के बाद पुलिस ने उसकी कोई मदद नहीं की।
झूठा है आरोपः एसएसपी
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि महिला का आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने देखा है। संजय को चोरी करने की कोशिश करते पकड़ा गया था। थाना ले जाते समय वह चलती वाहन से कूद गया था। उसके सिर पर गंभीर चोटें आई आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था,जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के खिलाफ पूर्व में चोरी, हत्या की कोशिश करने का अपराध दर्ज है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मौत किन कारणों से हुई यह पीएम रिपोर्ट से पता चलेगा।