हाथियों की लगातार हो रही मौत से सरकार बेहद नाराज
रायपुर । छत्तीसगढ़ में रोजाना हाथियों की लगातार हो रही मौतों ने लोगों को हिला दिया है। पिछले एक हफ्ते में पांच हाथियों की मौत हो गई है। इनमें एक गर्भवती हथिनी भी शामिल है। एक हाथी कोरबा में जीवन और मौत से जूझ रहा है। अलग-अलग जगहों पर आज सुबह दो और हाथियों ने दम तोड़ दिया।
सबसे पहले पिछले सप्ताह सूरजपुर में दो मादा हाथियों की मौत हो गई थी। इनमें एक गर्भवती हथिनी भी थी। इसके बाद बलरामपुर में एक हथिनी का शव बरामद किया गया। जिन इलाकों में इन हाथियों का शव मिला, वह वन्य जीवों के शिकार के लिए बदनाम रहा है। उधर, धरमजयगढ़ क्षेत्र में एक हाथी आज बिजली करंट से मारा गया। पता चला है, हाथियों को मारने के लिए किसी ने जंगल में बिजली का तार बिछा दिया था। धमतरी के पास गंगरैल में एक हाथी का बच्चा आज दलदल में फसने से मौत हो गई
हाथियों की मौत से वन विभाग भी हलकत में है। पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी ने आज खुद मोर्चा संभालते हुए रायपुर सीसीएफ एसएसडी बड़गैया को गंगरैल भेजा। वहीं, बिलासपुर सीसीएफ अनिल सोनी को धरमजयगढ़ रवाना किया गया है। कोरबा में एक हाथी गंभीर है। पीसीसीएफ वाईल्डलाइफ अतुल शुक्ला कोरबा में कैंप कर रहे हैं। सूरजपुर, बलरामपुर में तीन हाथियों की मौत के बाद वे वहां दौरे पर गए थे। वहां से लौटते हुए पता चला कि कोरबा में एक हाथी सीरियस हो गया है। सो, वे वहीं रुक गए हैं।
इससे पहले भी कटघोरा में तीन दिन तक एक हथिनी दलदल में फंसी रही। लेकिन, वन अधिकारियों ने उसे निकालने का प्रयास नहीं किया। इससे उसकी मौत हो गई थी। सरकार ने इस पर कटघोरा के डीएफओ को सस्पेंड कर दिया था।
अब पांच हाथियों की मौत के बाद सरकार ने पीसीसीएफ वाईल्ड लाइफ अतुल शुक्ला को हटाने का फैसला कर लिया है। बताते हैं, उनकी जगह पर नरसिम्हा राव को नया वाईल्डलाइफ प्रमुख बनाने पर विचार किया जा रहा है। वन मंत्री मोहम्मद अकबर के यहां से फाइल अनुमोदित होकर सीएम हाउस चली गई है। किसी भी समय वाईल्डलाइफ चीफ को हटाया जा सकता है।