पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया 10वीं की परीक्षा…काफिले के साथ पहुंचे परीक्षा केंद्र…
सिरसा। पूर्व मुख्यमंत्री 86 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा देने पहुंचे। इतनी उम्र में पूर्व मुख्यमंत्री को परीक्षा केंद्र में देख लोगों की दिलचस्पी पूरे दिन बनी रही। दरअसल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला बुधवार को दसवीं की परीक्षा देने अपने काफिले के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे। इस दौरान परीक्षा केंद्र स्टाफ ने हाथ जोड़कर 86 वर्षीय इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का स्वागत किया। करीब एक बजकर 50 मिनट पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें हाथ से सहारा देकर परीक्षा केंद्र के कमरा नंबर 13 में बैठाया। परीक्षा का समय दोपहर 2 से 5 बजे तक का था, अंग्रेजी की परीक्षा करने के लिए चौटाला को राइटर की अनुमति दी गई थी। परीक्षा देने पहुंचे चौटाला ने मीडिया के सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि स्टूडेंट, मीडिया से बात नहीं करते, i am स्टूडेंट। परीक्षा देने के बाद चौटाला ने दावा किया कि उन्होंने पेपर की पूरी तैयार की थी तथा सौ फीसदी अंक के साथ पास होंगे।
चौटाला ने कहा कि उन्होंने दो साल पहले दसवीं कक्षा के पेपर दिए थे लेकिन अंग्रेजी विषय का पेपर नहीं दे सके। इसलिए अब वह अंग्रेजी विषय का पेपर दे रहे हैं। सिरसा के आर्य समाज रोड पर आर्य कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बने परीक्षा केंद्र पहुंचे चौटाला ने बताया कि उन्होंने बाहरवीं कक्षा की भी परीक्षा दी हुई है लेकिन भिवानी शिक्षा बोर्ड ने उनका परिणाम रोक लिया है उन्होंने इसकी वजह दसवीं कक्षा के अंग्रेजी विषय के पेपर में पास न होना बताया है।राज्य की सियासत के सवाल पर उन्होंने कहा कि आज वह एक छात्र हैं राजनेता नहीं इसलिए इस सवाल के बारे में कुछ नहीं कहेंगे। इनका पेपर सहायिका द सिरसा स्कूल की दसवीं कक्षा की छात्रा मलकियत कौर ने दिया। मलकियत कौर ने बताया कि चौटाला की अच्छी तैयारी थी, अच्छे अंक आने की उम्मीद है।
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बता दें कि चौटाला ने 12वीं की परीक्षा ओपन बोर्ड से दी थी लेकिन उनका रिजल्ट शिक्षा बोर्ड ने रोक लिया था क्योंकि वे दसवीं की अंग्रेजी की परीक्षा में पास नहीं हुए थे ऐसे में पूर्व सीएम ने दोबारा फार्म भरा और अब दसवीं की परीक्षा में बैठे। इनेलो नेता ओम प्रकाश चौटाला ने पिछले सत्र में 12वीं की ओपन की परीक्षा दी थी। शिक्षा बोर्ड की ओर से रिजल्ट जारी किया लेकिन चौटाला का रिजल्ट रोक लिया गया क्योंकि उनकी दसवीं क्लीयर नहीं थी। बोर्ड का नियम है कि जब तक दसवीं पास न हो जब तक 12वीं का परिणाम नहीं दिया जा सकता।आपको बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला हरियाणा के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और हरियाणा की राजनीति में एक अलग ही पहचान बनाई है। इसके अलावा अलावा पिछले एक दशक से वो जेबीटी भर्ती घोटाला में सजा काट रहे थे इसी वक्त उन्होंने जेल में पढ़ाई की और 10वीं व 12वीं की परीक्षा पास की और इसी वजह से चौटाल 10वीं की अंग्रेजी की परीक्षा नहीं दे पाए थे।