एक्सीडेंट के बाद रेस्क्यू करने गये DRG के जवान को मिला अपने ही माँ का शव…मां के शव को हाथ में उठा बिलखने लगा बेटा…
दंतेवाड़ा । दंतेवाड़ा में हुई दर्दनाक घटना के दौरान एक दिल झकझोर देने वाला वाकया हुआ। रोड एक्सीडेंट के बाद रेस्क्यू के लिए जवान को अपनी मां का ही शव निकालना पड़ गया। दरअसल दंतेवाड़ा के कटेकल्याण क्षेत्र में मंगलवार की दोपहर एक ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। टेटम गांव से कटेकल्याण आ रहा ट्रैक्टर पानी भरे गड्ढे में गिर गया, इस हादसे में दो महिला और दो बच्चे समेत कुल 4 लोगों की मौत हो गयी, वहीं 4 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये|
इस घटना के बाद राहत और बचाव के लिए मौके पर पहुंचे डीआरजी के जवान तालाब में ट्रॉलीके नीचे दबे लोगों को निकाल रहे थे। तभी एक जवान ने एक ऐसी महिला का शव बाहर निकाला, जिसका चेहरा देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। हादसे की शिकार वह महिला उसकी मां थी। जवान खुद को रोक नहीं पाया और जोर-जोर से रोने लगा। साथी जवानों ने उसे किसी तरह संभाला।
जानकारी के मुताबिक टेटम-तेलम के इलाके में DRG के जवान सर्च आपरेशन पर निकले हुए थे, इसी दौरान उन्हें ट्रैक्टर एक्सीडेंट की सूचना मिला। डीआरजी के जवान भी तुरंत रेस्क्यू में जुट गये। इन्ही जवानों में DRG का एक जवान वुसू कवासी भी था। वसू अपने साथियों के साथ बार-बार पानी में जाकर शवों को बाहर लाता रहा। इसी दौरान वूसी ने एक महिला का शव भी निकाला। पहले पानी में उसे समझ नहीं आया, पर जैसे ही वह बाहर आया, लाश का चेहरा देख उसके होश उड़ गए। वह जोर-जोर से रोने लगा।
उसकी तो दुनिया ही उजड़ गई थी। दूसरे जवान उसके पास दौड़कर आए, पता चला कि वह महिला कोई और नहीं, बल्कि उसकी खुद की मां फूके कवासी है। वह अपनी ही मां का शव बाहर लाया था। फूके कवासी कटेकल्याण ब्लॉक के टेटम की रहने वाली थी।वहीं से 30 के करीब लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम में भाग लेने हीरानार जा रहे थे।