मुंगेली CMO को हटाने पार्षदों ने निकला मोर्चा, SDM व कलेक्टर को शौपा ज्ञापन
शुभम शर्मा – मुंगेली | मुंगेली में बीजेपी औऱ कांग्रेस के पार्षदों ने नगरपालिका सीएमओ राजेन्द्र पात्रे के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलते हुए कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर 7 दिवस के भीतर उन्हें हटाये जाने की मांग की है। शिकायतकर्ता बीजेपी एवं कांग्रेस के पार्षदों ने सीएमओ को नही हटाने पर भूख हड़ताल और उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है। दरअसल पार्षदों ने सीएमओ पर जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार एवं मनमानी का आरोप लगाया है। इसके अलावा अनियमितताओं की शिकायत पर जांच एवं कार्यवाही नहीं करने का भी आरोप लगाया है। पार्षदों ने शिकायत में कहा है कि सीएमओ का जनप्रतिनिधियों के प्रति किये जाने वाले दुर्व्यवहार तथा कार्यो के प्रति लापरवाही बरतने के कारण आये दिन नगर पालिका में तु तु मैं मैं कि स्थिति निर्मित हो रही है तथा बार-बार मुगेंली में निमार्णाधीन जल आवर्धन योजना में हो रहे गड़बड़ी की शिकायत करने पर भी कोई भी कार्यवाही नहीं कि जा रही है। इन सभी बातों को लेकर नगर पालिका के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित कांग्रेस-भाजपा के भारी संख्या में पार्षदों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर के नाम एसडीएम को सौंपे गये ज्ञापन में बताया कहा गया है कि पूर्व में लगे हुये सफाई कर्मचारियों को अपने पद का दुरूपयोग करते हुए उन्हें घर बैठा दिया गया है तथा अपने चहेतों को बिना किसी जानकारी के काम पर लगा दिया गया है जो गलत है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि सीएमओ अत्यंत झगड़ालू प्रवृत्ति के है, बात बात में टेंशन में आ जाते है और थाने में रिपोर्ट कराने की धमकी देते है. पार्षदों ने सीएमओ पर नियम विरुद्ध काम करने का भी आरोप भी लगाया है, आरोप में कहा गया है कि जल आवर्धन योजना के अंतर्गत जो पाइप लाईन विस्तार हो रहा है, सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचार होने लगा कि मुगेली में अवैध कालोनी में पाइप लाईन बिछाया जा रहा है, तो मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने अपनी गलती को छिपाने के लिए ठेकेदार मनीष पाइप प्राईवेट लिमिटेड को पत्र लिखकर वैध तथा अवैधकालोनी की सुची भेजकर कार्य नही करने को कहा जाता है. प्रथम आशय से स्पष्ट यह होता है, कि वैध अवैध कालोनी की सुची किसने और कब बनाई और यह अधिकार किन्हे प्राप्त है, जब कि इस पत्र में अनुविभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर है, जो पूर्णतः गलत है, दुसरी ओर इस पत्र कि प्रतिलिपि न तो अध्यक्ष महोदय को भेजी गयी है, और न ही कलेक्टर महोदय को, जिसकी कापी संलग्न शिकायतकर्ताओं ने की ज्ञापन के साथ की है।12 बिन्दुओ की शिकायत में प्रमुख रूप से यह भी कहा गया है।
पार्षद किसी भी कार्य को करने के लिए अगर सीएमओ के केबिन में जाते है तो जनप्रतिनिधियों को धमकी दिया जाता है कि मैं आपके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा एवं झूठे मामलों में फंसा दूंगा.. इसके अलावा खुद को सूबे के एक मंत्री का भांजा बताते हुए कहते है कि जितना भी शिकायत कर लो मेरा कुछ नही होगा जब मैं चाहूंगा तभी मैं मुंगेली से जाउंगा।