नहीं रुक रहा है कोरोना का कहर, शहर में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा 268 संक्रमित मिले शहर 4000 कोरोना संक्रमित के पार
रायपुर | रायपुर में बुधवार को कोरोना के 88 समेत प्रदेश में 268 नए मरीज मिले हैं। इनमें भाठागांव मोहल्ले से 24 संक्रमितों की पहचान हुई है। ये सभी कोरोना से मरने वाली एक महिला के संपर्क में आने से पॉजिटिव हुए हैं। इसके अलावा कुकुरबेड़ा में 6, आरंग थाने में 5, आईटीबीपी कैंप खरोरा में 4 जवानों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आरंग थाने को सील कर दिया गया है। सुकमा से 36, दुर्ग से 28, कांकेर से 15, जांजगीर-जांपा से 13, मुंगेली से 11, रायगढ़ व बीजापुर से 9-9, बिलासपुर से 7, गरियाबंद-बस्तर से 6-6, नारायणपुर से 5, बेमेतरा-महासमुंद से 3-3, बालोद, राजनांदगांव व कोंडागांव से 2-2 सूरजपुर, सरगुजा व जशपुर से एक-एक मरीज मिले हैं। देर रात 7 मरीज मिले थे। 24 घंटे में रिकॉर्ड मरीज मिले हैं। प्रदेश में मरीजों की संख्या 6008 हो गई है। इनमें एक्टिव केस 1740 है। 116 मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक 4230 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। भाठागांव में हंगामा करने पर संक्रमित युवक पर केस दर्ज किया गया। यहां अब तक 50 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। वहां एक महिला की कोरोना से मौत के बाद शव रातभर घर में ही रहा। इस दौरान कई रिश्तेदार व मोहल्ले वाले शोक संवेदना जताने पहुंच गए। उसी दौरान वे कोरोना से संक्रमित हुए हैं। महिला की रिपोर्ट 16 जुलाई को पॉजिटिव आई थी। उसी दिन इलाज के लिए बुजुर्ग महिला को अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वे घर लौट आई थी।
एक दिन बाद बुजुर्ग की मौत हो गई। भाठागांव में जो संक्रमित हुए हैं, उनमें हाउस वाइफ के अलावा लोहार व छात्र शामिल हैं। कुकुरबेड़ा में मई में पहला केस आने के बाद जुलाई में 10 से ज्यादा नए केस मिल चुके हैं। इंडियन ओवरसीज बैंक के दो स्टाफ फिर संक्रमित हुए हैं। मंगलवार को भी वहां के 5 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बीजापुर में 6 सीआरपीएफ व कोंडागांव में एक आईटीबीपी का जवान संक्रमित हुआ है। जगदलपुर मेडिकल कॉलेज की एक स्टाफ नर्स की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार प्रदेश का रिकवरी रेट टॉप 10 में 8वें नंबर है। छग में 71.81 फीसदी मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। राष्ट्रीय औसत 63 फीसदी है।
दिल्ली एम्स के डाक्टरों ने कहा-अंबेडकर अस्पताल में सही इलाज-
अंबेडकर अस्पताल के डॉक्टरों ने बुधवार को टेलीमेडिसिन से एम्स दिल्ली के डॉक्टरों से बातचीत की। इसमें कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर शामिल हुए। एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि मरीजों का इलाज आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार हो रहा है। मरीजों का इतनी तरह से ट्रीटमेंट मिलना चाहिए। मरीजों के 10 दिन के इलाज के बाद जांच करवाने की जरूरत नहीं है। अगर कोई हेल्थ वर्कर संक्रमित हुआ है तो उसे एक हफ्ते बाद ड्यूटी करवाई जा सकती है, बशर्ते उन्होंने पूरी सावधानी बरती हो।
भाठागांव में जांच शिविर से मरीजों के भागने का हल्ला-
भाठागांव में कैंप लगाकर एंटीजन किट से लोगों की जांच की जा रही है। इस दौरान वहां लगातार पॉजिटिव आने के बाद लोगों में दहशत फैलने लगी है। जो मरीज पॉजिटिव आ रहे थे, उन्हें वहीं बिठाया जा रहा था। उन्हें अस्पताल ले जाने के पहले जरूरी सामान के लिए घर वालों को सूचित करने कहा गया। घर वालों का इंतजार करने के दौरान कुछ मरीज इधर-उधर चले गए। उसी दाैरान हल्ला मचा कि कुछ पॉजिटिव मरीज भाग गए हैं। सीएमएचओ कार्यालय के अधिकारियाें के अनुसार मरीजों को ईएसआई अस्पताल भनपुरी भेजा जा रहा है। वहां बिना लक्षण व माइल्ड लक्षण वाले मरीजों का इलाज किया रहा है। कोरोना सेल के मीडिया प्रभारी डॉ. सुभाष पांडेय ने बताया कि भाठागांव से कोई मरीज नहीं भागा है।