चायवाले की बेटी ने रची इतिहास, बनी फाइटर पायलट
नीमच । चाय बेचने वाले की बेटी आंचल गंगवाल (24) भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बन गईं हैं. आंचल के पिताजी सुरेश गंगवाल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 400 किलोमीटर दूर नीमच में बस स्टैंड पर पिछले करीब 25 साल से एक छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं.
नीमच के सरकारी स्कूल से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट आंचल ने संब इस्पेक्टर के पद पर मध्य प्रदेश पुलिस ज्वाइन की थी। बाद में लेबर इंस्पेक्टर की मेरिट में आने के बाद उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़ दी। करीब आठ महीने बाद उन्होंने एयर फोर्स में जाने का फैसला किया, आंचल के पिता सुरेश गंगवाल नीमच के बस स्टैंड पर छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं, आंचल ने एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट में वर्ष 2018 में सफलता हासिल की थी जिसके बाद जून 2018 में वह लड़ाकू विमान के पायलट के प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद आयी ।
सुरेश गंगवाल ने बताया, ”वर्ष 2013 में उत्तराखंड के केदारनाथ में आई भीषण त्रासदी के बाद वायुसेना के कर्मचारी बहादुरी से वहां लोगों की मदद करने में लगे थे. इसे आंचल ने देखा था और तब से ही फ्लाइंग ऑफिसर बनने का सपना देखा था, जो अब साकार हुआ है.”
उन्होंने कहा कि अपने सपने को साकार करने के लिए आंचल ने किताबें एकत्र कीं और परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. सुरेश ने बताया कि आंचल छठे प्रयास में इस परीक्षा को पास करने में सफल रही । उन्होंने कहा, ”मैं पिछले करीब 25 साल से चाय की दुकान चलाता हूं. इसलिए कोई भी मेरी आर्थिक स्थिति के बारे में समझ सकता है कि यह कैसी है?” हाई स्कूल पास सुरेश ने बताया, ”कई बार मेरे पास अपनी बेटी की स्कूल या कॉलेज की फीस भरने के लिए पैसे भी नहीं होते थे। कई बार मैंने लोगों से उधार लेकर उसकी फीस भरी.” उन्होंने कहा कि उसका फ्लाइंग ऑफिसर बनना हमारे लिए गर्व की बात है।