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चाल-बाजी पर भारी पड़े बिलासपुर पुलिस व साइबर सेल प्रभारी

अमित दुबे – बिलासपुर | पुलिस विभाग में उप निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए पूर्व पुलिस कर्मचारी को ऑनलाइन ठगी करने वालों ने अपना शिकार बनाया था, जिसमे पूर्व पुलिस अधिकारी को पेंशन शाखा के मुख्यालय से बात करने का झांसा देते हुए 9 लाख 2 हजार 995 रूपए की ठगी को अंजाम दिया गया था। मामले में बिलासपुर पुलिस ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए, 3 आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार कर 7 लाख50 हजार रुपए को रिकवर किया है

पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों के संबंध में थाना सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज हुई थी, जिसके बाद से ही साइबर सेल विवेचना में जुट गई थी, जिन्हें पता चला कि जिस फ़ोन नंबर से कॉल किया गया था, वह झारखंड के दुमका जिले सरैहा हाट थाना क्षेत्र में आता है, अपराध से जुड़े तार मिलते ही पुलिस बिहार और झारखंड पहुँची और अलग अलग ठिकानों पर दबिश देती रही, जिनके हाथ झारखंड के 3 आरोपी हाथ लगे, जिनमें संजय कुमार मंडल निवासी दुमका, अमोद मंडल निवासी पोइर हाट, अरुण मंडल निवासी मोतिया सभी झारखंड के रहने वाले शामिल है, वही इस गिरोह के 2 सदस्य मुकेश मंडल और सुमन मंडल निवासी दुमका झारखंड फरार है, जिन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।


पुलिस कप्तान ने बताया कि इस मामले में पूरी जानकारी जुटाने के बाद पुलिस की टीम बिहार और झारखंड पहुंची, जहां कई दिनों तक आरोपियों की जानकारी जुटाई, और पुलिस ने सरैयाहाट दुमका निवासी संजय कुमार मंडल, मोतिया गोडडा झारखंड निवासी अमोद मंडल और मोतिया झारखंड निवासी अरुण मंडल को धर दबोचा, जबकि इनके दूसरे साथी मुकेश कुमार मंडल और सुमन कुमार मंडल भागने में कामयाब हो गए। पता चला कि इस गिरोह ने देश के अलग-अलग राज्यों के सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों को इसी तरह ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो की तलाश है। पुलिस को इन लोगों के पास से 7 लाख 50 हज़ार रुपये, कुछ मोबाइल, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड व।प्रिंटर जब्त किया है। भी पुलिस के हाथ लगे हैं
बिलासपुर पुलिस को यह भी जानकारी हुई है कि यह गिरोह देश के कई राज्यों में इसी तरह से ऑनलाइन ठगी को अंजाम दे रहा था। सबसे पहले यह लोग सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों का डाटा हासिल करते थे। जिसके बाद इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से किसी के भी फिक्स डिपॉजिट खाते से लोन लेकर उसकी जिंदगी भर की कमाई उड़ा ले जाते थे।
पुलिस कप्तान ने किया ईनाम 10 हजार का एलान


आनलाइन ठगी का खुलासा के बाद पुलिस कप्तान ने कर्मचारियों की मेहनत और सूझबूझ की जमकर तारीफ की। उन्होने आरोपियों के पकड़ने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहयोग करने वालों को बधाई दी। पुलिस कप्तान ने एलान किया कि टीम की मेहनत के मद्देनजर अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली टीम के लिए दस हजार रूपये ईनाम का एलान करता हूं
मामले को सुलझाने में बिहार झारखंड जैसे राज्यों में जाकर लगातार परिश्रम कर आरोपियों को गिरफतार मामले में ठगी किये गये रकम में से अधिकांश रकम जो अब तक ठगी के सुलझे मामले में सबसे बड़ी रकग बरामद करने में थाना प्रभारी निरीक्षक कलीग खान, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक प्रमाकर तिवारी उप निरी मनोज नायक, सहा उप निरी , हेमंत आदित्य, आरक्षक दीपक यादव, गोविन्द शर्मा, नवीन एक्का, तथा थाना कोतवाली के प्रधान आरक्षक गजेन्द्र शर्मा, एवं रक्षित केन्द्र बिलासपुर के आरक्षक दीपक उपाध्याय , संतोष यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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