बड़ी खबर : प्रदेश में कोरोना की आड़ से हो रही है लाचार मां- बाप की घर से निकासी…पढ़े पूरी खबर…
रायपुर: मार्च और मई के बीच शहर में चार लाँकडाउन की आड़ में कुछ लोगों ने अपने घर के बुजुर्गों को सड़क पर छोड़ दिया कोई स्कूटी से तो कोई बोलेरो से अपने माता-पिता को सड़क पर छोड़ कर चले गया ये लोग ठीक से नाम और पता तक नहीं बता पा रहे हैं चारों लॉक डाउन समाज कल्याण विभाग जिला पुलिस प्रशासन और स्मार्ट सिटी की टीम ने टाटीबंध और सड़क के आसपास ऐसे ऐसे छोड़े गए करीब 70 लोगों को रेस्क्यू किया आमापारा के पदस्थ टीआई भरत बरेठ के टीम लगाकर इनके परिजनों के बारे में तलाश भी की।
केस 1- 90 साल के बुजुर्ग को तालाब के किनारे छोड़ अभी अस्पताल में
डगानिया तलाब के किनारे 90 साल के बुजुर्ग को बीमार हालत में बोलेरो से च चौथे लॉकडाउन के वक्त छोड़कर परिजन चले गए 90 साल के बुजुर्ग अपना नाम पता तक नहीं बता पाए इस बात को करीब 50 दिन हो चुके हैं जिला प्रशासन की देखरेख में बुजुर्ग का फिलहाल शहर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। वही घर से इस तरह बुजुर्गों को निकालने वाले की तलाश की जा रही है ।
केस 2:- इलाहाबाद के लिए टाटीबंध में छोड़कर चले73 साल के शख्स को
31 मई को चौथे लॉकडाउन के दिन टाटीबंध में जहां श्रमिकों को आवाजाही के लिए कैंप लगाया गया हैं। वहां किसी ने स्कूटी में आकर 73 साल के तुरंत नारायण ओझा को छोड़ दिया । पूछताछ में पता चला कि इलाहाबाद जाना चाहते है इससे उसके पास से यूपी के ग्रामीण बैंक की पासबुक को भी मिली है इसमें दिए पते के आधार पर प्रशासन उनके बारे में पता कर रही है फिलहाल इन्हें 14 दिन के अइसोलेशन में रखा गया है।
केस 3:- मुंबई से आई दिव्यांग बुजुर्ग को शहर में मिला ठिकाना
दूसरी तारबंदी के दौरान मुंबई से आए दिव्यांग बुजुर्ग राजधानी में घड़ी चौक में मिले पूछताछ से पता चला कि घर वालों ने एक ट्रक में बैठा दिया था लालपुर के होम में इन्हें 14 दिन तक रखा गया है फिलहाल ये बुज़ुर्ग एक आश्रम स्थल में रह रहे हैं जिला प्रशासन की टीम को इस बुजुर्ग ने कहा कि अब मैं वापस घर नहीं जाऊंगी क्योंकि घर वालो ने मुझे ट्रक में बैठाकर क्यों समझ नहीं आया
केस 4:- रायपुर में बच्चो ने मां को घर से निकाला कहा भीख मांगो और खाओ
यह कहानी रायपुर के रावा भांठा इलाके में रहने वाले 70 साल बुजुर्ग महिला की है इसके दो बच्चे हैं एक नागपुर में और दूसरा रायपुर में है यह अपने पति की मौत के बाद बच्चों के साथ रह रही थी बच्चों ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान हम अपना ही परिवार नहीं चला पा रहे हैं तुम्हारे लिए कहां से आए तुम आप भीख मांगो और खाओ इस महिला के पति रेलवे में थे महिला बदहवास हैं।