चार ज़िलों में एसीबी की ताबड़तोड़ कार्यवाही; ऐसे करें शिकायत
Chhattisgarh ACB in Action:- 2005 बैच के आईपीएस अमरेश मिश्रा (IPS Amresh Mishra) के एसीबी चीफ (Anti corruption Beuro, Chief) बनते ही छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचारियों के ख़िलाफ़ ताबड़तोड़ कार्यवाही हो रही है। शुक्रवार 17 मई को एक ही दिन में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कोंडागांव, बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर जिलों में चार अलग-अलग ट्रैप कार्रवाई कर कार्यपालन अभियंता, राजस्व निरीक्षक, डिप्टी रेंजर, सहायक संचालक व सहायक मानचित्रकार को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।

निदेशक, एसीबी
कार्यपालन अभियंता पचास हज़ार की घूस लेते पकड़े गये:-
कोंडागांव। एसीबी की कार्यवाही की शुरुआत कोंडागांव जिले से हुई थी। कोंडागांव जिले में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता टीआर मेश्राम के शासकीय बंगले में एसीबी की टीम ने छापामार कार्यवाही की। कार्यपालन अभियंता द्वारा विभाग में सप्लीमेंट्री कार्य के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत ठेकेदार तुषार देवांगन से मांग रहे थे। ठेकेदार की शिकायत के बाद एसीबी ने पहले पुष्टि की फिर आज सुबह-सुबह कार्यपालन अभियंता के शासकीय निवास में 50 हजार रुपए कैश रिश्वत लेते कार्यपालन अभियंता को गिरफ्तार किया है।
रेवेन्यू इंस्पेक्टर एक लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथों पकड़ाया:-
बिलासपुर| एसीबी (Anti Corruption Beuro) की टीम ने तहसील कार्यालय में आरआइ (Revenue Inspector) को किसान से भूमि सीमांकन करने के एवज में एक लाख रुपये लेते हिरासत में लिया है। एसीबी की टीम ने आरआइ से तहसील कार्यालय में ही पूछताछ कर रही है। इस बीच कार्यालय को बंद कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक़ जूना बिलासपुर में रहने वाले संतोष देवांगन राजस्व विभाग में आरआइ हैं। उनकी पोस्टिंग फिलहाल भूअर्जन शाखा में है। एसीबी को शिकायत मिली कि आरआइ संतोष देवांगन किसान भूमि सीमांकन करने के एवज में एक लाख रुपये मांग रहे हैं। इस पर एसीबी की टीम ने किसान की शिकायत की तस्दीक की। शिकायत पुष्ट होने पर एसीबी की टीम ने पूरा जाल बिछाया। शुक्रवार को किसान रुपये लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे। किसान ने रुपये देने के बाद एसीबी की टीम को ईशारा कर दिया। किसान का ईशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने आरआइ संतोष देवांगन को हिरासत में लिया है। एसीबी ने आरआइ के कार्यालय में ही पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल शिकायत करने वाले किसान की जानकारी नहीं मिल पाई है।
डिप्टी रेंजर घुस लेते गिरफ़्तार:-
रायगढ़। रायगढ़ ( Raigarh) से एक अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. यहां एक डिप्टी रेंजर को एसीबी (ACB) की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. घरघोड़ा थाना क्षेत्र के रहने वाले जगमोहन मांझी झाड़फूंक का काम करता है. वो झाड़फूंक कर जंगल से वापस लौट रहा था जहां उसे आरोपी मिलन भगत मिला. जो कि घरघोड़ा रेंज में डिप्टी रेंजर हैं. भगत ने जगमोहन को जंगली मुर्गा मारने के केस में जेल भेजने का डर दिखाया और इससे बचाने के लिए आठ हजार रुपए की रिश्वत की मांग की.
35 हज़ार का रिश्वत लेते सहायक संचालक और मानचित्रकार गिरफ़्तार:-
अंबिकापुर। अंबिकापुर स्थित नगर निवेश कार्यालय में सहायक संचालक और मानचित्रकार को 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। एसीबी की टीम दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है
जानकारी के मुताबिक, एंटी करप्शन ब्यूरो को एक व्यक्ति ने नक्शा पास करवाने की एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। एसीबी की टीम ने आरोपियों को पकड़ने जाल बुना था। टीम ने शिकायतकर्ता को नोट पर केमिकल लगाकर दिया था। शिकायतकर्ता ने नक्शा बनाने की एवज में जैसे ही नगर निवेश कार्यालय के सहायक संचालक बाल कृष्ण चौहान और मानचित्रकार नीलेश्वर कुमार धुर्वे को रिश्वत की राशि दी टीम ने उन्हें रुपये लेते पकड़ लिया और गिरफ्तार कर अपने कब्जे में ले लिया है। उक्त कार्रवाई सरगुजा एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने की है।
ऐसे करें ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) में शिकायत:-
अगर आपसे भी किसी सरकारी अधिकारी के द्वारा रिश्वत माँगे जाने का दबाव बनाया जा रहा है या फिर आप रिश्वतख़ोरों से परेशान है और शिकायत करना चाहते है तो हम आपको बतायेंगे आसान तरीक़ा:-
- हेल्पलाइन नंबर 1064 कार्यालय नंबर 07712285002 या फिर ईमेल acb.cg@gov.in के माध्यम से रिश्वतख़ोरों के ख़िलाफ़ आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।
- अगर आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराना चाहते ही तो एसीबी छत्तीसगढ़ की वेबसाइटhttps://acbeow.cg.gov.in/ को ओपन करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।

वेबसाइट खोलते ही आपके सामने कुछ इस तरह से इंटरफ़ेस दिखाई देगा जिसके बाद आपको ई-शिकायत ऑप्शन पर क्लिक करते हुए आगे बढ़ना है।
आगे आपको अपने शिकायत के अनुसार विकल्पों पर क्लिक करके अपनी शिकायत दर्ज करना है, जिसके बाद आगे की कार्यवाही हेतु एसीबी की और से आपसे संपर्क किया जाएगा।