नाप न नक्शा, किया तोड़फोड़! रहवासियों को नहीं दिया मकान खाली करने का समय
रायपुर । शांतिनगर कालोनी और तीरथगढ़ जलप्रपात की प्रतिकृति व गौरव वाटिका को रातोरात अंधेरे में तोड़ने की कार्यवाही की जितनी निंदा की जावे उतनी कम है। कोई कार्ययोजना नही, कोई लेआउट नही, कोई बजट नही, कोई टेन्डर नही। उसके बाद भी जलप्रपात की प्रतिकृति व गौरव वाटिका को नष्ट करना, शहर को विकास के बजाय विनाश की ओर ले जाने वाला तुगलकी कदम है।
जब शहर में ऐसी खुली कॉलोनियां बहुत कम बची हैं ऐसे में, इस निर्णय से सरकार केवल कांक्रीट का जंगल ही तैयार कर रही है। कालोनी को तोड़ना, गार्डन को तोड़ना यह केवल जनता के पैसों की बर्बादी है।
शहर भर में हाउसिंग बोर्ड के लगभग 10,000 मकान खाली हैं तब हाउसिंग बोर्ड के और मकान बनाना कितना उचित होगा?