छत्तीसगढ़

पुलिस विभाग में अब नई ट्रांसफर पॉलिसी, शहीद जवानों के परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति…

रायपुर। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा की अध्यक्षता में महानदी भवन, मंत्रालय में गृह विभाग की समीक्षा बैठक हुई. इस बैठक में अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुवा, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मंगलवार को दिनभर चली इस मैराथन बैठक में उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कई बड़े फैसले लिए और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।

शहीद परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति के पेंडिंग मामले होंगे क्लियर

बैठक में उपमुख्यमंत्री ने शहीद जवानों परिवारों को प्राथमिकता देते हुए अनुकंपा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों के तत्काल निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि शहीद हुए जवानों के “अमर बलिदानी स्मारक” का निर्माण उनकी परिवार की सहमति से प्राथमिकता के आधार पर किया जाए, ताकि उनकी शहादत का सम्मान हर पर सुनिश्चित हो।

पुलिस विभाग में नई स्थानांतरण नीति

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए नवीन स्थानांतरण नीति को तत्काल लागू करने के निर्देश दिए. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानांतरण प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जाए, जिससे विभागीय कार्यक्षमता में सुधार हो सके।

छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में इंटरनेशनल टेक्नीक का होगा इस्तेमाल: अंतरराष्ट्रीय स्तर उपमुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मचारियों के कल्याण पर जोर देते हुए पुलिस पब्लिक स्कूलों की स्थापना, पुलिस आवास योजना और केपीकेबी कैंटीन की स्थिति की समीक्षा की. उपमुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के कार्यों को डिजिटाइजेशन के माध्यम से और अधिक पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि पुलिस प्रक्रियाओं और डाटा मैनेजमेंट को आधुनिक तकनीकों से जोड़ा जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनाई जा रही नई तकनीकों का अध्ययन करें और राज्य में लागू करने की योजना तैयार करें।

नशे के सौदागरों की संपत्ति कुर्क, आरोपी पुलिसकर्मियों पर भी एक्शन: बैठक में उपमुख्यमंत्री ने एनडीपीएस एक्ट के तहत जारी एसओपी के पालन को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि नशे के अवैध कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और दोषी पाए जाने पर उनकी संपत्ति को तत्काल कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी इस अवैध कारोबार में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ तुरंत बर्खास्तगी सहित कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

चिटफंड कंपनियों पर बड़ा फैसला

चिटफंड कंपनियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाइयों की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कंपनियों की शेष संपत्तियों की जल्द नीलामी की जाए और उससे मिलने वाली राशि को प्रभावित निवेशकों को जल्द बांटा जाए। शर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि चिटफंड घोटालों से प्रभावित हर हितग्राही को न्याय सुनिश्चित किया जाए।

नए थानों की स्थापना के प्रस्तावों

चर्चा: बैठक में 17 जिलों में डायल 112 सेवा के विस्तार, राज्य स्तरीय साइबर थाने की कार्यप्रणाली साइबर अपराधों पर नियंत्रण को लेकर हुई प्रगति की समीक्षा की गई। मादक पदार्थों की तस्करी पर रोकथाम के लिए एनडीपीएस एक्ट के तहत किए गए अभियानों का आकलन किया गया. साथ ही पुलिस थानों के परिसीमन और नए थानों की स्थापना के प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई।

यातायात जागरुकता पर जोर

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ब्लैक स्पॉट्स के चिन्हांकन और उनके समाधान की कार्ययोजना पर चर्चा की। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने और नई तकनीकों के उपयोग पर बल दिया गया. उपमुख्यमंत्री ने स्कूलों में यातायात जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए।

छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ: बैठक के अंत में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा “पुलिस विभाग का प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी पूरी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ कार्य करें. सभी लंबित प्रकरणों का जल्द निराकरण सुनिश्चित करने और विभागीय योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए.” उपमुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए विश्वास जताया कि विभाग की सक्रियता से प्रदेश में कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था में बेहतर सुधार होगा।

akhilesh

Chief Reporter

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