छत्तीसगढ़

हिंदू ने मुस्लिम से किया प्रेम विवाह, लड़की ने परिवार पर लगाया प्रताड़ना का आरोप

बालोद। थाना क्षेत्र में बालिग लड़की ने प्रेम-प्रसंग के कारण मुस्लिम समाज के लड़के से बिना परिवार की अनुमति के मंदिर में विवाह कर लिया। इसके बाद लड़की ने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उसकी शिकायत पर धारा 127 (3), 115 (2).62, 64, 351(2), 3(5) बीएनएस का अपराध दर्ज किया गया।

रिपोर्ट के अनुसार देवांगन समाज की एक लड़की से अर्जुंदा निवासी जीशान खान पिता अब्दुल रहीम खान ने 3 नवंबर को शादी का प्रस्ताव रखा। शादी नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी। छह नवंबर को शादी करने के लिए नहीं आने पर फैमिली वाले को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वह 6 नवंबर को मंदिर में शादी करने तैयार हुई। शादी करने के बाद लड़के घर जाने पर मुझे शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना दी गई। इससे उन्हें परेशानी हुई।

समाज की एकजुटता पर हुई कार्रवाई

जिला देवांगन समाज के अध्यक्ष दीपक देवांगन से कहा कि जब मुझे जानकारी हुई, तब 14 नवंबर को जानकारी के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। उस पर कोई उचित कार्रवाई नहीं होने पर जिला देवांगन समाज के सभी ब्लॉकों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों को सूचित किया। सभी ने एकजुटता दिखाई। इसके बाद कार्रवाई की गई।

शादी के बारे में पता नहीं, अत्याचार भी नहीं किया

लड़के के पिता अब्दुल रहीम खान ने बताया कि बच्चों की शादी के संबंध में मुझे या मेरी पत्नी को कोई जानकारी नहीं थी। ना ही हमने इस बच्ची पर किसी प्रकार अत्याचार किया।

एसडीओपी थाने पहुंचे तब हुई कार्रवाई

इस घटना की जानकारी जिला देवांगन समाज अध्यक्ष दीपक देवांगन को हुई, तब बालोद जिला के सभी ब्लॉकों के अध्यक्ष सचिव से चर्चा कर पुन: लड़की को उसके मां-बाप तक पहुंचाने थाना अर्जुंदा पहुंचे। साथ में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष बलराम गुप्ता व भारत साहू भी अर्जुंदा पहुंचे। इस मामले की जानकारी लेने का प्रयास किया। पुलिस ने कोई पहल नहीं की, जिससे सभी लोगों ने पुलिस अधीक्षक जिला बालोद को जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने एसडीओपी देवांश सिंह राठौर को थाना भेजा। एसडीओपी के पहुंचने के बाद तत्काल कार्रवाई की गई।

खाने में दवाई मिलाकर दी जाती थी

उन्होंने बताया कि लड़के अथवा उसके दोस्त और उसके पापा ने मेरे साथ शारीरिक शोषण करने का प्रयास किया। लड़के की माता मेरे साथ मारपीट करने लगी। खाने में दवाई मिलाकर दी जाती थी। मुझे कुछ पता नहीं चलता है। लड़का व उनके माता-पिता तीन दिनों तक खाना नहीं दिया। मुझे अंधेरे कमरे में रखते थे। कई बार गला दबाने का प्रयास भी किया। मामले में जीशान और उसके माता-पिता पर उचित कार्रवाई की जाए।

akhilesh

Chief Reporter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Follow Us

Follow us on Facebook Follow us on Twitter Subscribe us on Youtube