हो जाइए सतर्क! फेसबुक पर ठगी का जाल बिछा रहे साइबर अपराधी
साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए अब फेसबुक आईडी का सहारा ले रहे हैं। आईडी को हैक करने के बाद मैसेंजर के माध्यम से मैसेज भेजते हैं। इसमें संबंधित व्यक्ति की बेटी और बेटे के अस्पताल में भर्ती होने के बारे में लिखकर मदद मांगते हैं।
मैसेज में ही खाता और पेटीएम नंबर भी लिख देते हैं। जानकार लोग कई बार मदद करने के चक्कर में धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। आगरा रेंज और जिला साइबर सेल में इस तरह के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पुलिस लोगों को फेसबुक के इस्तेमाल पर सावधानी बरतने की सलाह दे रही है।
अस्पताल में भर्ती बच्चे की भेजते हैं फोटो
साइबर अपराधी जिस आईडी को हैक करते हैं, उसके मैसेंजर के माध्यम से भेजे मैसेज के साथ एक फोटो भी भेजते हैं। फोटो अस्पताल का होता है। इसमें किसी बच्चे को भर्ती दिखाया जाता है। इससे लोग विश्वास कर लेते हैं। मगर, फोटो फर्जी होता है। हाल में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं।
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केस : 1
कासगंज के एक सिपाही की 20 दिन पहले फेसबुक आईडी हैक कर ली गई। इसके बाद सिपाही के 200 से ज्यादा दोस्तों के मैसेंजर पर मैसेज भेजे गए। मैसेज किया कि मेरे बेटे की तबीयत खराब है। इसके लिए कुछ मदद चाहिए। कुछ दिन में रुपये लौटा देंगे। सिपाही को एक परिचित ने फोन कर दिया। इस पर उन्हें आईडी हैक होने के बारे में पता चला। उन्होंने रेंज साइबर सेल में शिकायत की।
केस : 2
सदर क्षेत्र के बीएसएनएल के एक अधिकारी के रिश्तेदार की फेसबुक आईडी एक महीने पहले हैक कर ली गई। दोस्तों से मदद के नाम पर एक हजार से पांच हजार रुपये तक की मदद मांगी। मैसेज में लिखा कि कुछ दिन बाद रुपये लौटा देंगे। पेटीएम और खाते का नंबर भी लिख दिया था। कुछ लोगों ने अधिकारी के रिश्तेदार को कॉल करके हालचाल पूछ लिया। तब आईडी हैक होने के बारे में पता चला।
केस : 3
पांच दिन पहले अलीगढ़ के एसपी सिटी के नाम पर फेसबुक पर फर्जी आईडी बना दी गई। इसके बाद उनके दोस्तों को मैसेज कर दिए। मैसेज में लिखा कि 500 से लेकर एक हजार रुपये की मदद चाहिए। मैसेज पढ़कर लोगों को शक हो गया। उन्होंने एसपी सिटी को कॉल कर लिया। मामले की जानकारी पर रेंज साइबर सेल को जांच दी गई। इसके बाद आईडी को बंद कर दिया गया।
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केस : 4
एक सप्ताह पहले डौकी क्षेत्र के एक युवक की फेसबुक आईडी हैक कर ली गई। उसके दोस्तों को मैसेज भेजकर मदद की बात कही गई। रुपये देने के लिए कहा गया। युवक ने पुलिस से शिकायत की। मामला साइबर सेल में पहुंचा। इसके बाद फर्जी आईडी को बंद करा दिया गया।
अंजान लिंक पर क्लिक नहीं करें
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक, फेसबुक पर स्टेप टू वेरीफिकेशन का ऑप्शन ऑन रखें। इससे यदि कोई आईडी हैक करता है तो मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा। ओटीपी नहीं पता चलने की वजह से आईडी हैक नहीं हो सकेगी। फेसबुक संबंधी मोबाइल पर आने वाले अंजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी अंजान व्यक्ति को मोबाइल पर आने वाला ओटीपी नहीं बताएं।