शहर के घरों की पहचान बनेंगे यूनिक कोड, घर होंगे डिजिटल:
रायपुर के मकानों को अब डिजिटल पहचान मिलेगी। इसके लिए मकानों को डिजिटल कोड दिया जा रहा है। इसकी शुरुआत सोमवार को हो गई। शहर के देवेन्द्र नगर सेक्टर के मकानों में नंबर दिए गए हैं। डिजिटल डोर नंबर लगाने की शुरूआत कर दी गई है। जिला प्रशासन के अफसरों का दावा है कि आने वाले 6 महीने में सभी घरों में डिजिटल डोर नंबर लगा दिए जाएंगे।
सोमवार को इस व्यवस्था का जायजा कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने लिया। कलेक्टर ने देवेन्द्र नगर सेक्टर के स्ट्रीट नंबर 22 में पहुंचकर इस सिस्टम को देखा। रायपुर स्मार्ट सिटी लि. शहर में डिजिटल डोर नंबर लगा रहा है। नगर निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि शहर के सभी 3.15 लाख घरों पर डिजिटल डोर नंबर लगाए जाएंगे।
ये होगा फायदा
निगम कमिश्नर के मुताबिक इस नंबर से मकान मालिक टैक्स, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, नल कनेक्शन सहित 26 तरह की आवश्यक और एमरजेंसी सर्विस मिलने मंे आसानी होगी। डोर के डिजिटल नंबर के जरिए एक्जेक्ट लाेकेशन तक मदद पहुंचेगी।
डिजिटल डोर नंबर पर एक क्यू आर कोड दिया जा रहा है। इसे स्कैन करते ही मकान मालिक को ई-गवर्नेंस माड्यूल से जुड़ी 26 सेवाओं की जानकारी मिलेगी। इन कोड्स के लिए महापौर एजाज़ ढेबर ने इंडसइंड बैंक और रायपुर स्मार्ट सिटी के बीच करार करवाया। इस यूनिक नंबर से सम्पत्ति कर, नल कनेक्शन, नामांतरण, भवन लाइसेंस, नियमितीकरण जैसी 26 जरूरी सेवाओं के साथ-साथ, पुलिस, एम्बुलेंस, फ़ायर ब्रिगेड की मदद भी मिल जाएगी