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पहले दिन से ही थ्योरी-प्रैक्टिकल पर होगा फोकस, शिक्षा विभाग

छत्तीसगढ़ में 16 जून से सभी सरकारी स्कूल शुरू होने जा रहे हैं। इससे पहले रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी(DEO) ने सभी स्कूल के प्रिंसिपल और हेड मास्टर को एक निर्देश जारी किया है। यह पहली बार है जब जिला शिक्षा अधिकारी ने पढ़ाई पर फोकस पहले दिन से ही करवाने की बात पर जोर देते हुए तमाम शाला प्रमुखों को लेटर जारी किया है।

जिला शिक्षा अधिकारी ए एन बंजारा ने खासतौर पर जोर दिया है कि बच्चों को पहले दिन से ही पढ़ाई पर फोकस करवाएं। उन्होंने टीचर से यह भी कहा है कि जुलाई 31 तक इस बात का खाका तैयार करें कि पूरे साल किस तरह से बच्चों को सिखाया और पढ़ाया जाएगा।

बनेगा रोड मैप

इस खत में DEO ने लिखा है कि पहले दिन से ही क्लास में थ्योरी और प्रैक्टिकल पर खास जोर देते हुए क्लास में कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसके अलावा जन सहयोग से क्लासरूम को आकर्षक और कलरफुल बनाया जाएगा। उन्होंने संस्था के प्रमुखों से एक रोडमैप तैयार करने को कहा है। जिसमें टीचर यह बताएंगे कि बच्चों को क्या-क्या किस तरह से अभ्यास कराते हुए सिखाया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने साफ तौर पर स्कूलों को जिम्मेदारी दी है कि हर क्लास के बच्चे के सीखने और समझने की दक्षता को बढ़ाना लक्ष्य होगा। निशुल्क बांटे जाने वाली पाठ्य पुस्तकें और यूनिफॉर्म जैसी चीजें भी बच्चों के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

गर्म पका हुआ मध्याह्न भोजन देने की बात भी कही गई है। एक और बात अपने खत में जिला शिक्षा अधिकारी ने कही है कि बच्चों को उनकी क्लास के अनुसार हिंदी और अंग्रेजी के साथ गणितीय कौशल सिखाने पर भी जोर देना होगा। इसके साथ-साथ बच्चों का मूल्यांकन यानी कि क्लास टेस्ट भी लेना होगा ताकि उन्हें और बेहतर करने में टीचर को जानकारी मिल सके।

क्योंकि हो चुकी है किरकिरी

नेशनल अचीवमेंट सर्वे (राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण) 2021 की रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ की हालत कुछ ठीक नहीं आई है। यह सर्वे स्कूली स्टूडेंट्स के विषयों पर किया जाता है। इस सर्वे में बच्चों की अलग-अलग विषयों में उनकी परफॉर्मेंस देखी जाती है। सर्वे से पता चला कि भाषा और गणित जैसे विषयों में छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट पिछड़ गए हैं। देश के अन्य राज्यों के मुकाबले छत्तीसगढ़ अलग-अलग विषयों में कहीं 32वें तो कहीं 34वें नंबर पर है। प्रदेश के विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर गंभीर आरोप भी लगाए थे। लिहाजा अब शैक्षणिक सत्र के शुरुआत के साथ ही पढ़ाई पर जोर देने के मूड में शिक्षा विभाग नजर आ रहा है।

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