FEATUREDGeneralNewsUncategorizedछत्तीसगढ़जुर्मराजनीतिरायपुरव्यापार

बस्तर में कारोबारी एकाधिकार को लेकर उलझ गए थे दो परिवहन संघ, मंत्री ने कराया समझौता .ट्रांसपोर्टरों विवाद सुलझा:

रायपुर –  छत्तीसगढ़ में ट्रांसपोर्ट कारोबार से जुड़े दो प्रमुख संगठनों के बीच उठा विवाद सुलझ गया है। परिवहन मंत्री माेहम्मद अकबर ने दोनों संगठनों के बीच समझौता कराया है। इसके बाद मामला शांत होने की उम्मीद जताई जा रही है। बस्तर परिवहन संघ और रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ का यह विवाद कारोबार में एकाधिकार को लेकर उठा था।

परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ व बस्तर परिवहन संघ के पदाधिकारियों को अपने निवास कार्यालय में चर्चा के लिए बुलाया था। वहां उद्योग मंत्री कवासी लखमा, बस्तर क्षेत्र के विधायकगण रेखचंद जैन, विक्रम मण्डावी, राजमन बेंजाम, परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा, क्रेडा के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार और दोनों ट्रांसपोर्ट संगठनों के पदाधिकारी एक साथ बैठे। इस दौरान परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि दोनों परिवहन संघ सामंजस्य बनाकर शांतिपूर्ण ढंग से अपना व्यवसाय करें। राज्य सरकार उन्हें हर तरह से सहयोग करने तैयार है। उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने भी ट्रांसपोर्टरों को विवाद से बचकर कारोबार करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, सरकार ने उनकी सुविधा के लिए बहुत कुछ किया है।

तय हुआ कि रायपुर-बस्तर-कोरापुट संघ को बस्तर परिवहन संघ की ओर प्रति रैक कम से कम 17 ट्रक लोड जगदलपुर से रायपुर के लिए दिया जाएगा। वहीं रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ भी बस्तर परिवहन संघ को प्रतिदिन कम से कम 17 ट्रक लोड रायपुर से जगदलपुर के लिए देना होगा। डिलीवरी ऑर्डर तथा पर्ची, संबंधित संघ की ओर से तत्काल ही ट्रांसपोर्टर या ड्राईवर को दे दिया जाएगा। पर्ची के बिना या बिना बारी के अपना वाहन भरने वाले ट्रांसपोर्टर को ब्लैक लिस्ट करने एवं जुर्माने की कार्यवाही दोनों संगठनों के मध्य पारस्परिक समन्वय से किया जाएगा। दोनों मिलकर ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाएंगे। बैठक में रायपुर बस्तर कोरापुट परिवहन संघ के जसबीर सिंह ढिल्लन, हरचरण सिंह साहनी, मलूक सिंह, जसविंदर सिंह संधू, हरनीत सिंह, दिवाकर अवस्थी, मनिन्दर जीत सिंह, दलविंदर सिंह, केवल सिंह, भगवंत सिंह, कुलजीत सिंह सिद्धू, जगजीत सिंह, मनप्रीत सिंह तथा बस्तर परिवहन संघ के मलकीत सिंह कोना, राजेश कुमार झा, अमजीत सिंह रियार, प्रदीप पाठक, जीतू यादव, पिल्लू यादव आदि मौजूद रहे।

दोनों संगठनों के बीच हुए समझौते में भविष्य के विवादों के समाधान का तंत्र भी तैयार किया गया है। तय हुआ है कि दोनों संगठन आपसी प्रतिस्पर्धा में वाद-विवाद से बचेंगे। दोनों कानून तथा समझौते का पालन करेंगे। अगर कोई विवाद उठा तो परिवहन विभाग के संयुक्त परिवहन आयुक्त की अध्यक्षता में बैठक कर समाधान निकाला जाएगा।

पिछले महीने रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ के पदाधिकारियों ने बस्तर के एसपी को एक आवेदन दिया था। इसके मुताबिक दोनों परिवहन संघ के बीच पूर्व में हुए समझौते के मुताबिक ढुलाई का काम बस्तर परिवहन संघ नहीं दे रहा है। बस्तर परिवहन संघ उन्हें आयरन ओर का लोड नहीं दे रहा है। पर्ची भी समय पर नहीं दी जाती है, जिससे समय पर लोड नहीं मिल पाता। इसकी वजह से वे बस्तर में स्वतंत्र रूप से कारोबार चाहते हैं। इधर बस्तर परिवहन संघ का कहना था, रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ मनमानी कर रहा है। उसके लोग बस्तर परिवहन संघ और स्थानीय प्रशासन का सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे बस्तर से धमतरी तक धान ढुलाई को तैयार नहीं हैं। वे लोग सिर्फ आयरन ओर की ढुलाई पर अड़े हुए हैं, जो गलत है। बस्तर परिवहन संघ ने बस्तर संभाग से ढुलाई रोकी तो रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ ने रायपुर से बस्तर संघ के ट्रकों को माल देना बंद करा दिया।

akhilesh

Chief Reporter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *