गर्भ में नवजात की मौत के बाद परिजनों ने ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डाक्टर से किया मारपीट
कोरबा | कोरबा में एक निजी नर्सिंग होम मेें प्रसूता के गर्भ में नवजात की मौत के बाद डाक्टर के साथ क्लीनिक में घूसकर मारपीट किये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है। डाक्टर के साथ हुए मारपीट की इस घटना के एक सप्ताह बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने पर इंडियन मेडिकल एसोसियेशन कोरबा के आहवान पर सभी निजी क्लीनिक के ओपीडी बंद कर डाक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। दरअसल पूरा मामला कोरबा के नवजीवन नर्सिग होम का है, बताया जा रहा है कि 17 अगस्त की शाम एक प्रसूता को गंभीरावस्था में क्लीनिक में भर्ती कराया गया था। डाक्टर रोहित बंछोर प्रसूता का सुरक्षित प्रसव करा पाते उससे पहले नवजात की गर्भ में ही मौत हो गयी। इस घटना से नाराज पीड़िता के परिजनो ने क्लीनिक में ही घूसकर डाक्टर के साथ ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डाक्टर के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दे दिया। इस पूरे मामले की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस चौकी में दर्ज कराया गया, लेकिन पुलिस घटना के एक सप्ताह बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नही कर सकी। लिहाजा इस घटना से आहत इंडियन मेडिकल एसोसिऐशन कोरबा के पदाधिकारियों ने एस.पी.अभिषेक मीणा से मुलाकात करने के साथ ही कलेक्टर किरण कौशल से मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत कराया गया। पीड़ित डाॅक्टर और आईएमए की शिकायत के बाद कलेक्टर किरण कौशल ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर एस.पी.अभिषेक मीणा से दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चर्चा की गयी। जिसके बाद पुलिस भी हरकत में आई और डाॅक्टर के साथ मारपीट की घटना को अंजाम देने वाले लोगों में पुलिस ने मुख्य आरोपी विजेंद्र जायसवाल नामक शख्स को 25 अगस्त की रात गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरी तरफ आईएमए ने अपने घोषणा के मुताबिक आज शहर के सभी क्लीनिक और नर्सिग होम्स में ओपीडी बंद कर विरोध जता रहे है। आरोपियो के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के बाद आईएमए के डाक्टर्स आज दोपहर बैठक लेकर अगला निर्णय लेने की बात कर रहे है। वही कलेक्टर किरण कौशल ने एनपीजी से चर्चा करते हुए बताया कि आईएमए की शिकायत के संज्ञान में आते ही उन्होने एस.पी. से चर्चा की थी। पुलिस अपनी वैधानिक कार्रवाई गंभीरता से कर रही है, जल्द ही डाॅक्टर के साथ मारपीट करने वाले शेष बचे सभी आरोपियों को भी पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। ऐसे में डाक्टरों को हड़ताल पर न जाकर अपनी सेवाएं आम लोगों के लिए बहाल की जानी जाहिए। कलेक्टर किरण कौशल ने उम्मींद जताई है कि आईएमए के सदस्य कोरोना काल की गंभीरता को समझेंगे और पुलिस की कार्रवाई के बाद अपनी बेमियादी हड़ताल को वापस लेकर मेडिकल सुविधा जल्द ही आम लोगों के लिए बहाल करेेंगे।