FEATUREDLatestNewsछत्तीसगढ़रायपुर

चलने फिरने में असमर्थ मरीज काे व्हीलचेयर पर घंटों धूप में छोड़ा, तड़पते पति काे देखकर पत्नी राेती रही

रायपुर| पहली बार जिला अस्पताल में भर्ती दाे मरीजाें में काेराेना संक्रमण मिला। इसकी पुष्टि हाेते ही डॉक्टराें काे सम्मान देने के लिए दिया गया भगवान का दर्जा तार-तार हाे गया। चलने फिरने में असमर्थ एक मरीज काे व्हीलचेयर पर घंटे धूप में ही छाेड़ दिया। तड़पते पति काे देखकर पत्नी राेती रही। उसे तक पास नहीं जाने दिया गया। इस दाैरान कर्मचारियाें ने मरीजाें काे अपशब्द तक कहे। बाद में भर्ती किया गया। हालत बिगड़ने पर रायपुर रेफर भी किया लेकिन रास्ते में मौत हो गई।

मोटी से मोटी तोंद भी नौवें दिन गायब हो जाएगी! बस सुबह ये करे

जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में संदिग्ध मरीजों के लिए बनाए गए न्यू वार्ड में सर्दी-खांसी और अन्य तकलीफ से पीड़ित सुंदरगंज वार्ड के अठवानी गली निवासी 50 साल के व्यक्ति एंटीजेन किट से जांच में पॉजिटिव पाए गए। उसे न्यू वार्ड में वापस भर्ती किया। इसके बाद सुबह 11.45 बजे अस्पताल के उसी वार्ड में भर्ती मधुमेह पीड़ित मरीज की जांच हुई।

जिला अस्पताल में पहले से भर्ती था मरीज

शहर के टिकरापारा नेहरू स्कूल के पास रहने वाले 40 साल का यह व्यक्ति जिला अस्पताल के न्यू वार्ड में 4 दिन से भर्ती हैं। इनके दोनों पैरों पर तकलीफ होने से उनकी पत्नी व्हीलचेयर पर बैठाकर जांच कराने लैब लेकर आईं। पॉजिटिव मिलने पर मरीज को वहां से हटा दिया गया। फिर स्टाफ अछूत की तरह व्यवहार करने लगे। पहले तो वापस वार्ड में जाने कहा, लेकिन गेट पर तैनात पुलिस जवानों ने धुत्कार कर भगा दिया।

एक घंटे तक मरीज तड़पता रहा, लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों ने मदद नहीं की

महिला पति को व्हीलचेयर पर बैठाकर फिर वापस कोविड लैब के पास लाई। यहां से फिर लैब टेक्नीशियन की टीम ने नेत्र विभाग के सामने रुकने कहा। इस दौरान तेज धूप रही। पत्नी के् अनुसार शहरी स्वास्थ्य समन्वयक व जिला अस्पताल प्रबंधक ने उन्हें पति से 20 मीटर दूर रहने कहा। इस दौरान चलने में असमर्थ संक्रमित मरीज आधे घंटे धूप में व्हीलचेयर पर बैठा रहा।

बार-बार पत्नी को पास बुलाता रहा। लेकिन स्वास्थ्य टीम ने पत्नी काे पास नहीं जाने दिया। मरीज तेज धूप में मदद के लिए गिड़गिड़ता रहा। महिला ने फोन पर जानकारी परिजन को दी। इस दौरान वह फफक-फफककर रोती रही। स्वास्थ्यकर्मियाें की यह संवेदनहीनता करीब 1 घंटे तक चलती रही।

पत्नी की रिपोर्ट आई निगेटिव, तब अस्पताल में किया भर्ती

संक्रमित पति को व्हीलचेयर पर लाने वाली उनकी पत्नी की भी जांच की गई, जो निगेटिव पाई गई। अस्पताल की सफाईकर्मी एक महिला को बुलाकर संक्रमित मरीज को न्यू वार्ड में ले जाकर 1 बजे भर्ती किया। बताया गया कि मरीज की पत्नी शहर के एक निजी नर्सिंग होम में कर्मचारी है। टिकरापारा के संक्रमित मरीज की मां और पड़ोस में रहने वाली महिला भी जिला अस्पताल आई थी। दोनों की जब जांच की गई, तो दोनों पॉजिटिव निकली। न्यू वार्ड की 3 नर्सों को आइसोलेट किया है।

80 बिस्तर के अस्पताल में भर्ती किए 94 मरीज

कोविड अस्पताल बठेना की क्षमता 80 मरीजों की है। यहां शहर से 40 व गरियाबंद से 40 मरीजों को भर्ती किया है। सोमवार को 14 और कोरोना मरीज मिले। इनको भर्ती करने बिस्तर नहीं थे। अफसर हड़बड़ा गए। आनन-फानन में बिस्तर तैयार कर 14 मरीजों को भर्ती किया। अब कोविड अस्पताल बठेना में 94 मरीज भर्ती है।

रैपिड एंटीजेन किट से जांच में मिले 16 पॉजिटिव

सर्विलांस अधिकारी डॉ विजय फुलमाली ने बताया सोमवार को 16 संक्रमित आए हैं। 12 धमतरी ब्लॉक के हैं। शहर से एक ही परिवार के 5 संक्रमित मिले हैं। कुरूद ब्लॉक में 2, नगरी से 57 साल की 1 महिला व मगरलोड ब्लॉक की एक छात्रा शामिल है। इनमें से 2 मरीजों को रायपुर रेफर किया है। जिले में 141 मरीज मिल चुके हैं। एक्टिव 70 हैं।

गंभीर मामला, मैं कार्रवाई करूंगा: सीएमएचओ

सीएमएचओ डॉ. डीके तुर्रे ने कहा कि किसी भी कोविड मरीजों के साथ दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। यदि कोई मरीज पॉजिटिव आते हैं, तो नियमानुसार अस्पताल में भर्ती की प्रक्रिया होनी चाहिए, न कि उन्हें धुत्कारा न जाए। इस तरह के कृत्य करने वाले अधिकारियों पर एक्शन लेंगे। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एमएम मूर्ति से जब मरीज के साथ हुए दुर्व्यवहार के संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि कि मैं आज बहुत व्यस्त हूं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Follow Us

Follow us on Facebook Follow us on Twitter Subscribe us on Youtube