चलती ट्रेन के नीचे आकर युवक की मौत: रायगढ़;छूटती हुई गाड़ी पर चढ़ने की कोशिश में हादसा
जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा रेलवे स्टेशन में ट्रेन पर चढ़ते वक्त युवक कुश यादव (21 वर्ष) का पैर फिसल गया, जिसके कारण वो चलती ट्रेन के नीचे आ गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, बिलासपुर के सरकंडा का रहने वाला कुश यादव अपने परिवार के साथ छठी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रायगढ़ जा रहा था। रायगढ़ में उसके चचेरे भाई के बच्चे की छठी का कार्यक्रम था। पूरा परिवार गोंदिया-झारसुगुड़ा लोकल ट्रेन से रायगढ़ जाने के लिए निकला था। इसी बीच अकलतरा रेलवे स्टेशन आया, तो कुश पानी लेने के लिए ट्रेन से नीचे आया। जब वो पानी ले रहा था, तभी ट्रेन छूटने लगी। इससे युवक घबरा गया और दौड़कर चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगा।
इसी दौरान कुश का पैर ट्रेन की सीढ़ियों से फिसला और वो रेलगाड़ी के नीचे आ गया। हादसे में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इधर प्लेटफॉर्म पर अफरातफरी मच गई। ट्रेन के गुजरने के बाद रेलवे कर्मचारियों और CRPF के जवान तुरंत युवक को लेकर CHC अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
ट्रेन के पहिए के नीचे आकर व्यवसायी का कटा पैर
26 नवंबर को भी जांजगीर-चांपा जिले में चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में एक युवक नीचे गिर गया था, जिससे उसका पैर रेल के पहिए के नीचे आ गया था। इस हादसे में उसका एक पैर कट गया था। दुर्घटना चांपा रेलवे स्टेशन पर हुई थी। युवक आकाश पाठक (38 वर्ष), जो नैला के चंदनिया पारा का रहने वाला है। वो किसी काम से कोरबा जाने के लिए निकला था। वो नैला से चांपा रेलवे स्टेशन पहुंचा। इसके बाद यहां से उसे कोरबा जाने के लिए ट्रेन पकड़नी थी। जब वो प्लेटफॉर्म पर पहुंचा, तो ट्रेन छूट रही थी। इस पर आकाश ने दौड़ लगाई और चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की और इसी दौरान उसका पैर फिसल गया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…
ट्रेन से कटकर बम स्क्वॉड के जवान की हुई थी मौत
सालेकसा में 10 दिसंबर को ट्रेन से कटकर बम स्क्वॉड के जवान की मौत हो गई थी। बिलासपुर से नागपुर के बीच सबसे तेज चलने वाली वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा के लिए निकले बम स्क्वॉड के एक जवान की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से लगे सीमावर्ती क्षेत्र के धुर नक्सल क्षेत्र सालेकसा में पुलिस अफसर और जवानों की टीम सर्चिंग कर रही थी। उसी समय ट्रैक पर धड़धड़ाते हुए ट्रेन आ गई और जवान उसकी चपेट में आ गया था।
गोंदिया लोकल पुलिस के बम निरोधक दस्ते में कार्यरत आरक्षक विजय नसीने गोंदिया पुलिस के डॉग स्क्वॉड और उप निरीक्षक धनराज कुलमेठे के साथ वन्दे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से पहले सुरक्षा के मद्देनजर डोंगरगढ़ के रेलवे सुरक्षाबल के प्रधान आरक्षक करतार सिंह सहित बोरतलाव और दरेकसा के बीच सेक्शन पर रेलवे ट्रैक पर एन्टी सबोटेज चेकिंग कर रहे थे। जिस अप लाइन पर चेकिंग चल रही थी, उसी समय उस पर गाड़ी संख्या 17008 सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस धड़धड़ाते हुए आ गई और आरक्षक विजय नसीने ट्रेन की चपेट में आ गए थे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस हादसे में आरक्षक विजय नसीने के शरीर के कई टुकड़े हो गए और ट्रेन वहां से गुजर गई थी।